पटनासिटी: बिहार में मानसून प्रवेश कर गया है। जिसके बाद बिहार के अलग अलग हिस्सों से बारिश की खबरे भी आ रही है। इस बारिश ने गर्मी से परेशान लोगों को राहत की सांस तो मिली है लेकिन उसके साथ ही मुसीबते भी लायी है। बारिश के बाद गंगा के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। जिसका खामियाजा भी लोग भुगत रहे है। हम बात कर रहे है पटनासिटी के कच्ची दरगाह स्थित पीपा पुल की जो दियारा क्षेत्र के लोगों के आवागमन का एकमात्र साधन रहा है।
इसी पीपा पुल के सहारे लोग आते जाते है। लेकिन गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी के बाद यह पीपा पुल खोल दिया गया है। इस पुल के सहारे पटना से राघोपुर औऱ राघोपुर से पटना लोग आते जाते रहे है। अब इस पीपा पुल के खुल जाने के बाद से आने जाने का एक मात्र साधन नाव ही बचा जिसके माध्यम से लोग आ जा रहे है। करीब लाखों की आबादी दियारा क्षेत्र में जिंदगी गुजर बसर करती है औऱ प्रत्येक वर्ष इसी तरह उनलोगों को समस्या झेलनी पड़ती है।
नाव पर आदमी तो सवार होते ही है। उसके अलावे नाव पर मालवाहक गाड़ियों से लेकर कार, ऑटो, मोटरसाइकिल, पिकप गाड़ी,ट्रैक्टर इन सभी गाड़ियों को नाव के सहारे ही गंगा से आर पार ले जाया जाता है। आजादी के क़ई बसन्त बीत जाने के बाद भी दियारावासी को पक्का पुल तक नसीब नहीं हुआ है,लेकिन हो सकता है कि अगले साल चुनाव से ठीक पहले सबलपुर में बन रहे कच्ची दरगाह बिददुपुर पुल की शुरुआत हो जाएगी।
तब जाकर राघोपुर वासियों की मुसीबते खत्म हो जाएगी और गंगा के सहारे आवागमन करने के बजाए सिक्स लेन ब्रिज से सफर करेंगे। तस्वीरों को देखकर समझिए कि किन परिस्थितियों में सफर करने को लोग मजबूर है।
पटना से रजनिश की रिपोर्ट