DESK : कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम में भारी बवाल देखने को मिल रहा है। असम पुलिस ने राहुल गांधी की यात्रा को गुवाहाटी में प्रवेश करने से रोक दिया है। इतना ही नहीं असम में हिमंत बिस्वा सरमा सरकार ने आदेश पर राहुल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने इस यात्रा के साथ चल रहे करीब 5,000 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोका तो वह पुलिस से भिड़ गए। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जोरदार झड़प हुई।
दरअसल, मंगलवार सुबह असम पुलिस ने राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जोराबाट में बैरिकेड लगाकर आगे बढ़ने से रोक दिया था। ये बैरिकेड इसलिए लगाए गए थे, ताकि यात्रा को गुवाहाटी में प्रवेश करने से रोका जा सके। इसके साथ ही, गुवाहाटी की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए थे।
वहीं यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने कहा कि असम के सीएम, गृहमंत्री और प्रधानमंत्री भले ही क़ानून तोड़ सकते हैं, लेकिन कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता क़ानून को नहीं तोड़ेगा. उन्होंने कहा, "मगर आप ये मत सोचिए कि हम लोग कमज़ोर हैं. कांग्रेस के कार्यकर्ता बब्बर शेर हैं. अपनी शक्ति को पहचानो."
इसके बाद जब पुलिस ने इस यात्रा को रोका तो लगभग 5000 कांग्रेस कार्यकर्ता बैरिकेडिंग हटाने की कोशिश करने लगे और राहुल गांधी ज़िंदाबाद के नारे लगाते नज़र आए। जिसमें कई बैरिकेड तोड़ दिए गए।
मुख्यमंत्री ने दिया केस करने का निर्देश
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने राहुल गांधी की यात्रा को लेकर पुलिस महानिदेशक को निदेश दिए है कि भीड़ को उकसाने को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। हिमंत बिस्वा ने अपने एक्स पर लिखा, ये असमिया संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं। हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं। ऐसी "नक्सली रणनीति" हमारी संस्कृति से पूरी तरह अलग हैं। मैंने असम पुलिस के डीजीपी को निर्देश दिया है कि भीड़ को उकसाने को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दिया है। अपने हैंडल पर पोस्ट किए गए फुटेज को सबूत के तौर पर इस्तेमाल करें।