बंगाल चुनाव: ममता बनर्जी पर हमले का सच सामने आया, मचा सियासी बवाल, आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी

DESK: पश्चिम बंगाल की राजनीति में गुरूवार को बड़ा भूचाल आया, जब देर शाम ममता बनर्जी ने खुद पर हमला होने की बात मीडिया को बताई. उनपर कुछ लोगों ने हमला किया, उन्हें कार में धक्का दिया और फिर जबरन दरवाजा बंद करने की कोशिश की गई. यह पूरा वाकया तब हुआ जब वह नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से मुलाकात कर रहीं थीं. इस हादसे में दाएं पैर में सूजन है और गंभीर चोटें आई हैं. फिलहाल ममत बनर्जी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती हैं.
एसएसकेएम अस्पताल में ममता बनर्जी का एक्सरे किया गया. डॉक्टरों के मुताबिक, उनके दाएं पैर में सूजन है और गंभीर चोटें आई हैं. उन्हें सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत भी आ रही है. ममता बनर्जी के बाएं टखने में भी गंभीर चोट आई है. इसके साथ ही पैर पर खरोंच के निशान हैं. वहीं दाएं कंधे पर भी चोट है. शुरुआती जांच में पता चला है कि ममता की कलाई और गर्दन पर भी चोट लगी है. SSKM अस्पताल के डॉक्टर एम. बंधोपाध्याय ने बताया की सीएम ममता बनर्जी को अगले 48 घंटे तक निगरानी में रखा जाएगा. ममता बनर्जी के अस्पताल में भर्ती होने के बाद गुरूवार को टीएमसी अपना मेनिफेस्टो जारी नहीं करेगी.
पूरी घटना के बाद से तृणमूल कांग्रेस में काफी रोष व्याप्त है. पार्टी नेता पार्थ चटर्जी का कहना है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के ऊपर जिस तरह से हमला किया गया है, उसके बाद टीएमसी शांत नहीं बैठेगी. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जानकारी चुनाव आयोग को दी जाएगी. वहीं, ममता बनर्जी पर हुए हमले को उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी का डर बताया है. बता दें कि इस मामले पर चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है. शुक्रवार शाम 5 बजे तक चुनाव आयोग ने समय दिया है.
वहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ बुधवार रात एसएसकेएम अस्पताल पहुंचे. उन्होनें अस्पताल में ममता बनर्जी का हालचाल जाना. इस दौरान अस्पताल के बाहर मौजूद सैंकड़ों तृणमूल समर्थकों ने उनका विरोध करते हुए 'वापस जाओ' के नारे लगाए. राज्यपाल ने घटना को लेकर प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है. धनखड़ ने घटना के थोड़ी देर बाद ही बनर्जी से फोन पर बात की थी और बाद में उन्हें यहां अस्पताल में देखने पहुंच गए.
इस घटना के बाद से पश्चिम बंगाल की राजनीति कुछ ज्यादा ही गर्म हो गई है. एक ओर जहां तृणमूल समर्थक इसके लिए बीजेपी को सीधे तौर पर जिम्मेवार बता रहे हैं वहीं बीजेपी समर्थक इसे ममता बनर्जी का चुनावी स्टंट और सहानुभूति जीतने का तरीका बता रहे हैं. इस लेकर बुधवार शाम से ही सोशल मीडिया पर काफी चर्चाएं हैं और कई हैशटैग्स और वीडियो वायरल हैं, जिन्हें अबतक काफी लोग देख चुके हैं.