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बड़ा खुलासा : बेउर जेल से रची गई थी ज्वेलर्स की हत्या की साजिश, सभी अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बड़ा खुलासा : बेउर जेल से रची गई थी ज्वेलर्स की हत्या की साजिश, सभी अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

PATNA : राजधानी के पटना सिटी चौक थाना के मथनीतल स्थित बाबा ज्वेलर्स हत्या कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। ज्वेलर्स आलोक रंजन मिश्रा की हत्या की साजिश बेउर जेल से रची गई थी। इस बात का खुलासा खुद अपराधियों ने की है। 

दरअसल मंगलवार को पुलिस ने बाबा ज्वलर्स के मालिक आलोक रंजन मिश्रा हत्याकांड मामले में शामिल पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।  

गिरफ्तार अपराधियों में चौक शिकारपुर के नीरज चौधरी, चुटकिया बाजार के शिव शंकर उर्फ रेहांस, नंदटोला के मनीष जायसवाल, ट्रांसपोर्ट नगर के अरविंद कुमार और संदलपुर का विनोद शामिल है। पुलिस ने इनके पास से दो पिस्टल, चार मैगजीन, 12 जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त तीन बाइक और पोशाक बरामद कर लिया है।
 
 लॉकडाउन में हो गई थी पैसे की किल्लत
 पुलिस ने बताया कि पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि रंगदारी और हत्या की साजिश बेउर जेल में बंद कुख्यात सागर ने अपने मामा विनोद के साथ मिलकर रची थी। शातिरों के पास लॉकडाउन के कारण पैसों की किल्लत हो गई थी। 

जिसके बाद विनोद से मिलकर सभी शूटरों ने ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रक चालकों के लूट की साजिश रची। पर, इसकी जानकारी एसएसपी को मिल गई। एसएसपी ने सिटी एसपी पूर्वी जितेंद्र कुमार और एएसपी सिटी मनीष कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। टीम ने छापेमारी कर चारों शूटर को गिरफ्तार कर लिया।
 सागर को रिमांड पर लेगी पुलिस
 जेल में पहले से बंद सागर को पुलिस रिमांड पर लेगी। सागर जब नाबालिग था, तभी से लूट, हत्या और रंगदारी जैसे आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा है। उसके जेल जाने के बाद से उसका मामा विनोद उसके गैंग के खाने पीने का ख्याल रखता था। सागर को मिलाकर इस हत्याकांड में अब तक दस शातिर जेल में हैं। घटना को छह शूटरों ने अंजाम दिया था। पुलिस अबतक चार शूटरों को गिरफ्तार कर चुकी है। शेष दो को भी चिह्नित कर लिया गया है। दोनों की तलाश में छापेमारी चल रही है। 

जांच में यह बात आई कि सागर ने फरवरी में ही बाबा ज्वेलर्स के मालिक को रंगदारी के लिए फोन किया था। महीनाभर बीत जाने के बाद भी जब पैसे नहीं मिले तो उसकी हत्या की साजिश रची।
 महज 20 साल का है सरगना सागर

एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने कहा विनोद ने अपराधियों को पनाह दी थी। बाकी के चार शूटर हैं। सरगना सागर अन्य मामले में गिरफ्तार हुआ था। तब वह नाबालिग था। उसकी उम्र महज 20 साल है। उसके गैंग में कई शातिर हैं। इसी गैंग ने मथनीतल में लक्ष्मी ज्वेलर्स पर रंगदारी के लिए फायरिंग की थी।

 

 

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