NAWADA : शादियों का शुभ लगन खत्म हो गया है और अब शुभ मुहुर्त दो महीने बाद ही है। ऐसे में जिनकी शादी तय हो गई है। उन्हें अब दो महीने इंतजार करना होगा। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है, जिनके लिए यह दो महीने गुजारना भी मुश्किल है। नवादा जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक युवक की अपनी शादी की तारीख से दो माह पहले ही होनेवाले ससुराल पहुंच गया और शादी करने की जिद करने लगा। उसकी जिद के कारण पुलिस को बुलाने की नौबत आ गई। लेकिन जब युवक नहीं माना तो आखिरकार ससुरालवालों को उसकी मांग के आगे झुकना पड़ा और अपनी बेटी से उसकी शादी कराई। इस दौरान पुलिसवाले ही युवक के बाराती बन गए।
पूरा मामला नवादा जिले के मेसकौर प्रखंड के कोपीन गांव से जुड़ा है। जहां रहनेवाले निवासी रामचंद्र महतो के 21 वर्षीय पुत्र त्रिपुरारी कुमार एवं मेसकौर की ही बिसिआईंत पंचायत के नीमचक गांव निवासी सुखदेव महतो की 19 वर्षीय पुत्री सुमन कुमारी की शादी आषाढ़ में तय हुई थी। लेकिन इतनी समय तक सुखदेव इंतजार नहीं कर सका और वह तय तिथि के दो माह पहले ही अपनी ससुराल प्रखंड के नीमचक गांव पहुंच गया और दुल्हन को साथ ले जाने की जिद पर अड़ गया।
वधू पक्ष वाले परेशान हो गए और वर - पक्ष के लोगों से संपर्क किया, उनके आने में देर हुई तो मेसकौर थाने को सूचित किया। मेसकौर थाना अध्यक्ष रूपेश कुमार दलबल के साथ नीमचक गांव पहुंचे, दोनों बालिग दूल्हा-दुल्हन को थाने ले गए। जहां दोनों पक्षों के परिवार को बुला कर समझौता कराया।
चूंकि दूल्हा-दुल्हन दोनों बालिग थे, इस कारण दोनों के परिवार की सहमति से 500 मीटर दूरी पर मंदिर में पुलिसकर्मियों एवं वर-वधू पक्ष की उपस्थिति में थाना के पीछे शिव मंदिर में दोनों का विवाह करवा दिया गया। दूल्हे ने दुल्हन की मांग में सिंदूर भरा। विवाह के उपरांत दूल्हा दुल्हन को साथ लेकर कोपिन गांव चला गया।
रिपोर्ट - अमन सिन्हा