बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बैंक क्लर्क ने जाली दस्तखत कर खाते से निकाले लाखों रुपये, इंटरनल जांच में खुलासा, कब होगा मामला दर्ज

बैंक क्लर्क ने जाली दस्तखत कर खाते से निकाले लाखों रुपये, इंटरनल जांच में खुलासा, कब होगा मामला दर्ज

अररिया : अररिया के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लाखों रुपयों के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। बैंक के ही एक क्लर्क पर जालसाजी का आरोप लगा है। आरोप है कि दो दर्जन से अधिक खातों से क्लर्क ने जालसाजी कर लाखों रुपया निकाल लिया और फरार हो गया। लेकिन ताज्जुब की बात ये है कि बैंक के आलाधिकारी पूरे मामले को दबाने में लगे हैं। ऐसा लग रहा है कि वो अपने स्टाफ को बचाने में जुटे हैं। अभी तक इस संदर्भ में पुलिस को किसी तरह की जानकारी नहीं दी गयी है। साथ ही न्यूज4नेशन के रिपोर्टर को खबर दबाने के लिए कहा जा रहा है। बता दें कि अररिया आरएस स्थित एसबीआई शाखा में काम करनेवाले क्लर्क कुणाल पर 30 लाख रुपये से अधिक की निकासी करने का संगीन इल्जाम है। 


BANK-CLERKS-FAKE-SIGNED-TO-LAKHS-OF-MONEY-WITHDRAWN-FROM-THE-ACCOUNT-IN-ARARIYA-SBI2.jpg

यह खुलासा तब हुआ जब स्थानीय डॉक्टर हरिकिशोर चतुर्वेदी ने अपने खाते की जांच की। उनके खाते में 2 लाख रुपये थे, जो फर्जीवाड़ा कर निकाल लिया गया है। इस फर्जीवाड़े की शिकायत उन्होंने ब्रांच मैनेजर से की। ब्रांच मैनेजर मनोज साह ने जब जांच शुरू करवायी तो परत-दर-परत मामला खुलते चला गया। फर्जी निकासी का ये खेल सिर्फ हरिकिशोर चतुर्वेदी के साथ नहीं हुआ था बल्कि कई ग्राहकों के खाते से माल गायब था। लाखों रुपये की निकासी की गयी थी। जांच में पता चला कि पूर्व क्लर्क ने जाली दस्तखत कर ये निकासी की थी। एसबीआई के शाखा प्रबंधक ने बताया कि कुणाल पूर्व में यहीं पर कार्यरत् था। अब उसका ट्रांसफर दूसरी जगह हो गया है। 

BANK-CLERKS-FAKE-SIGNED-TO-LAKHS-OF-MONEY-WITHDRAWN-FROM-THE-ACCOUNT-IN-ARARIYA-SBI3.jpg

उन्होंने बताया कि कुणाल के पिता से संपर्क कर 27 लाख रुपये की रिकवरी करायी जा चुकी है और बाकी पैसों की रिकवरी भी कर ली जायेगी। इधर, जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ रहा है, निकासी की रकम भी बढ़ती जा रही है। निकासी की ये रकम 1 करोड़ तक जा सकती है। अब बैंक के आलाधिकारियों पर कई सवाल उठने लगे हैं। मसलन कि इतनी बड़ी रकम की हेराफेरी की गयी और अभी तक मास्टरमाइंड फरार है। मामले में अभी तक एफआईआर तक दर्ज नहीं करवायी गयी है। पुलिस को पूरे मामले से दूर रखा जा रहा है। इन सब सवालों से बैंक के आलाधिकारियों की नीयत पर संदेह पैदा हो रहा है। 

Suggested News