DESK : ऑनलाइन स्टडी में कभी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी रही बायजूस के खिलाफ अब दिवालिया की कार्रवाई शुरू होने जा रही है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(BCCI) की याचिका पर नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की बेंगलुरु बेंच ने एडटेक कंपनी बायजूस के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई शुरू करने के लिए BCCI की याचिका स्वीकार कर ली है।
बीसीसीआई का बकाया है 158 करोड़ रुपए
ये मामला भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी के लिए बायजूस और BCCI के बीच स्पॉन्सरशिप कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा है। 158 करोड़ रुपए की बकाया राशि वसूलने के लिए BCCI ने ये याचिका बायजूस की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ पिछले साल दायर की थी। इस मामले की अगली सुनवाई 15 नवंबर को होनी है। हालांकि बायजूस मामला सुलझाने के लिए BCCI से चर्चा कर रहा है।
NCLT ने इंटरिम रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल नियुक्त किया
NCLT की बेंच ने कहा कि BCCI और बायजूस के बीच ई-मेल ट्रेल से यह साफ है कि थिंक एंड लर्न ने डिफॉल्ट किया है। बेंच ने पंकज श्रीवास्तव को इंटरिम रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल नियुक्त किया है। उन्हें नियुक्ति की तारीख से 30 दिनों के भीतर क्रेडिटर्स की एक कमेटी बनानी होगी।
BCCI के 12 बिल हुए डिफॉल्ट
जानकारी के अनुसार, थिंक एंड लर्न ने इंडियन क्रिकेट टीम के कई इंटरनेशनल टूर और सीरीज के बाद BCCI की ओर से भेजे किए गए कुल 12 इनवॉइस (बिल) पर डिफॉल्ट किया। BCCI ने बताया कि बायजूस ने पहली बार 21 अगस्त 2022 को डिफॉल्ट किया था।