भागलपुर... कार्तिक पूर्णिमा को लेकर भागलपुर सहित पूरे प्रदेश के विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। भागलपुर के बराड़ी सीढ़ी घाट, हनुमान घाट, जहाज घाट, मुसहरी घाट, एसएम कॉलेज घाट, बूढानाथ घाट, आदमपुर घाट, सहित सुलतानगंज के अजगैविनाथ उत्तरवाहिनी गंगा तट पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। अहले सुबह से ही भागलपुर जिले के गंगा तटों पर आसपास के कई जिलों और पड़ोसी राज्य झारखंड के सीमावर्ती जिलों के लोग देव दीपावली पर गंगा स्नान करने पहुंचे और गंगा स्नान कर दीपदान किया।
ऐसी मान्यता है कि आज ही के दिन राम चन्द्र जी रावण का वध करने के पस्चशात अयोध्या लौटे थे, जिनके आगमन पर देवताओं ने खुशी में देव दिपावली मनाया था और गंगा में दिप प्रज्वलित किया था। एक मान्यता यह भी है कि आज के दिन सभी देवताओं का वास गंगा मे होता है, इसलिए आज का दिन गंगा स्नान के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन गंगा पुजन कर दिप प्रज्वालित करने की प्रथा है, इसलिए महिलाएं और युवतीयों के साथ-साथ श्रद्धालु बड़ी संख्या में गंगा तक पहुंचते हैं और पूजा पाठ करते हैं।
हालांकि वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को देखते हुए जिले के अलग-अलग गंगा तटों पर इस वर्ष भक्तों की भीड़ कम देखी गई। गंगा स्नान को लेकर प्रशासन के द्वारा गंगा घाटों पर एसडीआरएफ की टीम और जगह जगह पुलिस बल और महिला पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
वहीं बरारी पुल घाट तथा अन्य घाटों पर भक्तों की भीड़ देखी गई। इस अवसर पर जहां विक्रमशिला सेतु पर जाम की स्थिति बनी रहती थी। वहीं इस बार सुरक्षा के कड़े व्यवस्था के कारण विक्रमशिला सेतु पर जाम नहीं लग रहा। हर तरह से भागलपुर और नौगछीया पुलिस के तरफ से सुरक्षा की व्यवस्था की गई है, ताकि जाम की समस्या उत्पन्न न हो और कोई हादसा न हो।