AURANGABAD : आज रफीगंज प्रखंड के अकौनी गांव में दाह संस्कार के दौरान भंवरों ने जमकर तांडव मचाया. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी और 50 से ज्यादा लोग हुए घायल हो गए. बताया जाता है कि गांव के ही फौदी पासवान की आकस्मिक मौत हो गयी थी. मृतक के दाह संस्कार कार्यक्रम को लेकर परिजन एवं ग्रामीण लगभग 150 संख्या में लोग गांव के ही समीप श्मशान घाट पहुंचे. जहाँ दाह संस्कार हेतु आग बनाने की विधि की जा रही थी. इसके धुएं से भंवरों ने लोगों पर हमला बोल दिया, जिसमें बौर गांव निवासी अलखदेव पासवान की भंवरे को कटने से उनकी मौत हो गयी. वहीं नीमा हूंडराही गांव के राजदेव पासवान बुरी तरह से घायल हो गए है.
घायल ने बताया कि अकौनी गांव मे फौदी पासवान का आकस्मिक निधन हो गया था. जिसके अंतिम संस्कार में हम सब शामिल होने श्मशान घाट पहुंचे हुए थे. जहाँ चिता की धुआं से श्मशान घाट के समीप पीपल के पेड़ पर छत्ता बनाये भौंरा व्याकुल हो गए और भवरो ने वहां उपस्थित लोगों पर हमला बोल दिया .जिसमें एक युवक की मौत हो गई और लगभग 50 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए है.
इसके बाद सभी लोग शव छोड़ कर भाग खड़े हुए. जबकि सभी घायलो को ग्रामीणों के सहयोग से रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. जहां डॉक्टरो ने जांचो उपरांत बौर गांव निवासी अलखदेव पासवान को मृत घोषित कर दिया. वहीँ सभी घायलों की स्थिति को खतरे से बाहर बताते हुए प्रथम उपचार के बाद सभी को छोड़ दिया गया है.
घटना की जानकारी देते हुए बौर पंचायत के पैक्स अध्यक्ष सह पूर्व मुखिया रामस्वरूप सिंह ने बताया कि हम सभी अकौनी गांव निवासी मृतक फौदी पासवान के दाह संस्कार में शामिल होने श्मशान घाट पर गए हुए थे. इस दौरान यह घटना घटित हुई है. घटना की खबर मिलते ही रफीगंज पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों को भंवरों से निजात दिलवाने हेतु प्रक्रिया शुरू कर दिया है.
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट