PATNA: इस वक्त की बड़ी खबर बिहार की राजनीति से आ रही है, जहां राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अबतक मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होनें अपना इस्तीफा सौंपा है। बता दें, जगदानंद सिंह ने तेजस्वी यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भी इसकी जानकारी दे दी है। हालांकि राजद सुप्रीमो ने अभी इस्तीफा स्वीकार नही किया है। इसी बीच राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष की भी चर्चा हो गई है।
राजद के अंदरखाने से यह खबर भी निकलकर सामने आ रही है कि आलोक मेहता राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे। इसके पहले रामचंद्र पूर्वे की जगह पर जगदानंद सिंह राजद के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए थे। यहां यह जानना जरूरी है कि अचानक ही राजद के वरिष्ठ नेता को पद छोड़ने की क्या जरूरत आन पड़ी? तो आपको बता दें कि राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े लाल तेजप्रताप यादव औऱ जगदानंद सिंह के बीच रिश्ते में तल्खी देखी जा रही थी, और गाहे-बगाहे खुले तौर पर भी इसे साफ देखा जा सकता था। कुछ दिन पहले ही राजद की रजत जयंती के मौके पर मंच पर वक्तव्य देने के दौरान ही तेजप्रताप यादव ने जगदानंद सिंह पर इशारों- इशारों में हमला बोला था।
ज्ञात हो कि 27 नवंबर, 2019 को जगदानंद सिंह को राजद के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई थी। इसके पहले इस पद पर रामचंद्र पूर्वे काबिज थे। हालांकि रामचंद्र पूर्वे की पटरी तेजस्वी यादव के साथ नहीं बैठती थी। ऐसे में पार्टी एक ऐसे नेता की तलाश कर रही थी, जिसकी साफ छवि हो औरपार्टी के लिए एक अभिभावक के तौर पर काम कर सके। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बाद चुनावों मेंपार्टी की परफॉर्मेंस लगातार गड़बड़ाती जा रही थी। ऐसे में लालू ने जगदानंद सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें पार्टी की कमान सौंपने का फैसला किया था। जगदानंद सिंह रामगढ़ से लंबे समय तकएमएलए रहे हैं। बक्सर से एक बार सांसद भी रह चुके हैं। सिंह की छवि एक ईमानदार और कर्मठ नेता के तौर पर होती है। राजद सरकार में वे जल संसाधन मंत्री रहे हैं। लालू परिवार के करीबी होने के साथक्षेत्र में काम के लिए भीजाने जाते हैं।