NEW DELHI: केंद्र सरकार से सोशल मीडिया के लिए नए नियमों को लेकर टकराव के बीच ट्विटर ने आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद के अकाउंट को ही ब्लॉक कर दिया। खुद आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने यह जानकारी दी है। प्रसाद ने कहा कि वह बीते करीब एक घंटे से अपने अकाउंट पर एक्सेस नहीं कर पा रहे थे।
ट्विटर के रवैये को देखकर ऐसा लग रहा है कि वह भारत में आर पार की लड़ाई मोल लेने के मूड में है। दरअसल केंद्र सरकार ने भारत में सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए नई गाइडलाइंस लागू की गई है। जिसका पालन करना अब उन्हें अनिवार्य है, अन्यथा सोशल मीडिया हैंडल को भारत में ऑपरेट करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम ने सभी शर्तों को स्वीकार कर लिया है। हालांकि ट्विटर का अड़ियल रवैया अभी तक बरकरार है और वह संधि करने के मूड में बिल्कुल नहीं है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि शुक्रवार सुबह ट्विटर के द्वारा केंद्रीय कानून सह आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद का ही टि्वटर हैंडल ब्लॉक कर दिया गया। आपको बता दें, केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद का टि्वटर हैंडल वेरीफाइड है। बावजूद इसके यूएस की कॉपीराइट एक्ट का हवाला देते हुए ट्विटर ने उनके अकाउंट को 1 घंटे तक ब्लॉक रखा। खुद आईटी मिनिस्टर द्वारा इसकी जानकारी साझा की गई, इसके बाद तो जैसे हंगामा ही मच गया। संचार मंत्री ने अपने अकाउंट को ब्लॉक करने को लेकर कहा कि सोशल मीडिया कंपनी ने आईटी रूल्स के नियम 4 (8) का उल्लंघन किया है।
इस मामले में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चाहे कोई भी प्लेटफॉर्म कुछ भी कर ले, आईटी को लेकर लागू किया गया नया कानून मानना ही पड़ेगा। इसको लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। बता दें, ट्विटर ने अभी तक नए कानून को नहीं माना है। जिसके बाद से ही ट्विटर और भारत सरकार के बीच तनातनी लगातार बनी हुई है। हाल ही में ट्विटर पर गाजियाबाद में मुस्लिम बुजुर्ग के साथ मारपीट और दाढ़ी काटने के वायरल वीडियो मामले में पुलिस ने ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी सहित 9 लोगों को नोटिस भी भेजा था। इसके बाद से ही विवाद गहरा गया है।