चार्टर्ड प्लेन के जरिए बड़े नेताओं ने दिखाई अपनी हैसियत, जानें कौन-कौन पहुंचे अपनी फ्लाइट से

PATNA : शुक्रवार को राजधानी पटना में जबरदस्त वीआईपी मूवमेंट रहा. आम लोग इसके लिए तैयार भी थे, लेकिन शायद ही किसी को इस बात का अंदाजा रहा होगा कि इतने सारे हवाई जहाज एक दिन में यहाँ कभी देखे हों. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ पटना में नीतीश कुमार की मेजबानी और विपक्षी दलों के नेताओं के एक के बाद एक पहुँचने से सड़क से लेकर आकाशीय मार्ग दो दिनों तक अति- व्यस्त रहे. विपक्षी एकता की उम्मीदों की उड़ान का राज्यवासी पहली बार गवाह बने.
आम जानकारी थी कि कांग्रेस के नंबर वन नेता राहुल गांधी और पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चार्टर्ड प्लेन से आ रहे हैं लेकिन, उनके पहले गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी के साथ चार्टर्ड प्लेन से पटना पहुंची. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी एक चार्टर्ड प्लेन से पहुंचे. गुरुवार की रात ही तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी चार्टर्ड फ्लाइट से ही पटना आए. यानी, बैठक से एक दिन पहले आए चारों मुख्यमंत्री अलग- अलग तीन चार्टर्ड प्लेन से पटना आये.
वहीँ शुक्रवार की सुबह पटना एयरपोर्ट पर चार्टर्ड प्लेन की पार्किंग तेजी से भरने लगी. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन एक चार्टर प्लेन से आए, दूसरे चार्टर प्लेन से पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार, सुप्रिया सूले समेत एनसीपी के बाकी नेता पटना आए. शुक्रवार को ही उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का भी चार्टर प्लेन उतरा. सुबह करीब 10 बजे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड्गे एक ही चार्टर प्लेन से पटना में उतरे. बैठक के लिए सबसे अंत में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके बाकी साथी एक चार्टर्ड फ्लाइट से आए.
जम्मू- कश्मीर के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती शेड्यूल फ्लाइट से सफर कर पटना पहुंचे. दोनों आम यात्री विमान से ही आए. इनके अलावा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के डी. राजा और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी- लेनिनवादी) के दीपांकर भट्टाचार्य भी यात्री विमान से आए और गए. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सीताराम येचुरी यात्री विमान से आये, लेकिन शाम में लौटे चार्टर्ड प्लेन से.
जाहिर है विपक्षी एकता अभियान के सकारात्मक परिणामों के प्रति संभावित इन तमाम नेताओं के उम्मीदों की उड़ान भविष्य में क्या रंग लाती है यह अगले माह शिमला में होने वाली बैठक में पता चलेगा