कचरा गाड़ी में PM मोदी और CM योगी की फोटो ले जाने की वजह से नौकरी गंवाने वाले सफाईकर्मी को मिली बड़ी राहत, विवाद के बाद हुआ बहाल

DESK. घरों से कचरा उठाने वाले एक सफाईकर्मी को पिछले दिनों इस वजह से नौकरी गंवानी पड़ी थी क्योंकि वह कचरा गाड़ी में पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की फोटो लेकर जा रहा था. मथुरा नगर निगम ने कचरा गाड़ी में पीएम और सीएम की तस्वीर ले जाने का वीडियो वायरल होने के बाद उस सफाईकर्मी बॉबी को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया था. हालांकि सोमवार को नगर निगम ने अपना फैसला वापस ले लिया और संविदाकर्मी सफाईकर्मी को दोबारा बहाल कर दिया गया है.
मथुरा नगर निगम की ओर से संविदाकर्मी सफाई कर्मचारी बॉबी को बहाल करने का आदेश जारी किया गया. इसमें कहा गया कि मथुरा नगर निगम के वार्ड संख्या 19 के सफाईकर्मी बॉबी द्वारा पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीरों को कचरा गाड़ी में ले जाने का वीडियो वायरल होने से आम जनमानस में नगर निगम मथुरा-वृंदावन की छवि धूमिल हुई. इसी कारण 16 जुलाई को बाबी की सेवा समाप्त कर दी गई. हालांकि 18 जुलाई को बॉबी ने नगर आयुक्त नगर निगम मथुरा को प्रत्यावेदन देकर कहा कि वह अपने कृत्य के लिए बहुत शर्मिदा है और बिना शर्त क्षमा याचना चाहता है. चूकी वह अपने परिवार में अकेला काम करने वाला है और अपने कृत्य के लिए माफी भी मांग ली है इसलिए उसे दोबारा नौकरी पर बहाल कर लिया गया है.
दरअसल, बॉबी ने कहा था कि मैं तो अनपढ़ हूं. मुझे नहीं पता. मैं जहां से कूड़ा लेकर आ रहा हूं यह तस्वीर वहीं कूड़े में पड़ी हुई थी जो मैंने अपनी गाड़ी में रख ली. अभी इन्हें डंपिंग ग्राउंड ले जा रहा हूं. ऐसे में वहीं पर मौजूद अलवर के रहने वाले एक शख्स ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की तस्वीरों को कचरे से अलग कर दिया और इन तस्वीरों को धोकर अपने ऑफिस ले गए. बाद में एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसके बाद बॉबी को सेवा से निष्कासित कर दिया गया. हालांकि उसका कहना था कि इसमें उसकी कोई गलती नहीं है. वह तो कई घरों से कचरा उठाता है. किसने उन तस्वीरों को कचरा में फेंका वह नहीं जानता.
वहीं बॉबी के निष्कासन के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने मथुरा नगर निगम के आदेश पर हैरानी जताई थी. लोगों ने इसे बॉबी के साथ ज्यादती करने वाला निर्णय कहा था. मुंबई कांग्रेस सेवादल ने भी इस घटना पर ट्वीट करके बॉबी को नौकरी वापस देने की मांग की है. संगठन ने ट्वीट किया, ''सफ़ाईकर्मी की गाड़ी से सीएम योगी और पीएम मोदी की तस्वीरें मिलने पर उसे निकालना शर्मनाक है. अगर आपको सच में दुख हुआ है तो उन्हें ढूंढो जिन्होंने कचरे में तस्वीरें फेंकी थीं और उन्हें सज़ा दो.