बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बिहार में बीएड कॉलेजों का बड़ा कारोबार,अधिकतर नेताओं के हैं कॉलेज – राज्यपाल

बिहार में बीएड कॉलेजों का बड़ा कारोबार,अधिकतर नेताओं के हैं कॉलेज – राज्यपाल

 PATNA :  बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गुरुवार को एक बड़ा बयान दिया जो राज्य सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा आघात है। राज्यपाल ने कहा कि बिहार के अधिकतर निजी बीएड कॉलेज किस न किसी नेता के हैं। शायद ही कोई नेता हो जिसका कोई कॉलेज नहीं हो। इन बीएड कॉलजों में गैरकानूनी तरीके से एडमिशन होता है। ये कहने में मुझे किसी बात का डर नहीं।

BIHAR-COLLEGE-BIG-BUSINESS-MOST-OF-THE-LEADERS-ARE-COLLEGE---GOVERNOR2.jpg

गुरुवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक पटना के ए एन कॉलेज में युवा महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीएड में कम्बाइंड इंट्रेस टेस्ट से बीएड एडमिशन में हो रही धांधली खत्म हो जाएगी। निजी बीएड कॉलेज इसी डर से कम्बाइंड इंट्रेंस टेस्ट का विरोध कर रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि इस विरोध का कोई असर नहीं पड़ने वाला है। इस साल हर हाल में बीएड एडमिशन के लिए एकीकृत जांच परीक्षा होगी। जो छात्रों के हित में होगा मैं वहीं करूंगा।

राज्यपाल ने युवा महोत्सव में कहा कि यहां आने के बाद मुजे पता चला कि बिहार के छात्र कितने मेधावी और ऊर्जावान हैं। यहां के छात्र नोबेल प्राइज तक जीत सकते हैं।

BIHAR-COLLEGE-BIG-BUSINESS-MOST-OF-THE-LEADERS-ARE-COLLEGE---GOVERNOR3.jpg

राज्यपाल के इस बयान ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था की कलई खोल दी है। इससे यह साफ झलक रहा है कि बिहार के शिक्षा माफिया राजनीतिक संरक्षण में ताकतवर हो गये हैं। नेता बीएड कॉलेज खोल कर बेहिसाब पैसा कमा रहे हैं। चूंकि अब शिक्षक बनने के लिए बीएड अनिवार्य योग्यता हो गयी है, इस लिए निजी कॉलेजों की चांदी है। वे गलत तरीके से एडमिशन ले कर बेहिसाब पैसा कमा रहे हैं। हालत इतनी खराब हो गयी है कि अब तो पटना हाईकोर्ट को भी इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि निजी बीएड कॉलेज 1 लाख 70 हजार रुपये से अधिक फीस नहीं ले सकते। बिहार के निजी बीएड कॉलेजों की फीस यीजीसी की कमेटी तय करेगी। लेकिन इसकी अधिकतम सीमा तय कर दी गयी है।

Suggested News