BIHAR CRIME: मानव व्यापार निरोधक इकाई सहित श्रम विभाग की कार्रवाई, रेस्टोरेंट में जबरन काम कराए जा रहे 4 मासूमों को कराया मुक्त

GAYA: गया जिले के शेरघाटी थाने के पास ही गुप्ता फैमिली रेस्टोरेंट में बालश्रम मे लगे 4 बच्चो को धावादल एवं स्वयंसेवी संस्था के सहयोग से मुक्त कराया गया। इन बच्चों से इस होटल मे प्लेट साफ कराने का काम लिया जा रहा था। सभी बच्चो की उम्र 8 से 10 वर्ष के लगभग है।

कोविड की दूसरी लहर के पीक पर रहने के दौरान ही लगातार जिले से दलालों द्वारा छोटे-छोटे बच्चे को बस के माध्यम से अन्य प्रदेशों को ले जाने की शिकायत मिल रही थी। जिसे लेकर जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रखण्ड के पदाधिकारियों एवं थानों को निर्देश दिया गया कि बालश्रम रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए तथा बालश्रम मे लिप्त बच्चों को मुक्त कराया जाए। इस निर्देश के आलोक में संस्था औऱ पुलिस की मदद से कुल 17 बच्चे मुक्त कराये गए थे। मानव व्यापार निरोधक इकाई एवं श्रम विभाग के संयुक्त सहयोग से धावा दल का गठन कर शनिवार को कार्रवाई की गई। इन बच्चों में से 3 चतरा थाना और 1 बच्चा गरुआ थाना का निवासी है। बच्चों से बात करने पर पता चला कि इनसे सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक होटल मे काम करना पड़ता है। उसके बाद मालिक के घर पर मिठाई बनाने एवं बर्तन साफ करने का काम लिया जाता है। इतने सारे काम के बदले में इन्हें महीने में मात्र 2 हजार रुपए देने की बात की गई थी। उसपर भी तुर्रा यह कि मालिक ने मासूमों से 21-21 घंटे काम लिया, मगर तय रुपए नहीं दिए।

सभी मुक्त कराए गए बच्चों का कोविड टेस्ट करा कर बाल कल्याण समिति गया को सौंप दिया। साथ ही गुप्ता फैमिली रेस्टोरेन्ट के मालिक विकास कुमार के विरुद्ध शेरघाटी थाने में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी द्वारा प्राथमिकी दर्ज करा कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई में श्रम अधीक्षक चन्दन कुमार के साथ श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी पंकज कुमार, प्रदीप कुमार, संदीप कुमार के साथ सेंटर डायरेक्ट के प्रतिनिधि एवं चाइल्ड लाइन के कार्यकर्ता के साथ पुलिस प्रशासन उपस्थित रहे।