LAKHISARAI: लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र अंतर्गत गौरा गांव में विगत दिनों हुए मर्डर मिस्ट्री का पुलिस ने आखिरकार खुलासा कर ही लिया। आपको बता दें कि गौरा गांव में 15 अगस्त को सुरेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद पुलिस पूरी तरह अपराधियों तक पहुंचने के लिए हर हथकंडे अपना रही थी और आखिरकार अपराधियों तक कानून के लंबे हाथ पहुंच गए। जिससे मर्डर मिस्ट्री का चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
मर्डर में सुरेंद्र यादव की पत्नी गुलफुल देवी तथा उसके देवर रविन्द्र यादव ने ही हत्या की पूरी साजिश रच डाली और उसे अंजाम भी दे दिया। जिसके बाद बेहिचक कहानी को दूसरा मोड़ दे दिया गया ताकि पुलिस उलझ कर रह जाए। हलसी थानाध्यक्ष अवधेश कुमार की सूझबूझ हत्या के असली गुनहगारों तक पहुंचा दिया। महज़ एक सप्ताह के अंदर ही गुनाहगारों को बेनकाब कर हिरासत में ले लिया गया। इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गौरा गांव में 15 अगस्त रविवार को हुए सुरेंद्र यादव हत्याकांड में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने चौकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि सुरेंद्र यादव की पत्नी गुलफूल देवी का अपने देवर रविन्द्र के साथ लगभग दस वर्षों से अवैध संबंध था। जिसमें बाधा बने पति को रास्ते से हटाने के लिए एक लाख एकसठ हजार में सुनियोजित ढंग से हत्या हेतु सुपारी दे दी। जहां शूटर ने अपना काम पूरा कर दिया।
वहीं पुलिस को भटकाने के लिए मृतक की पत्नी और भाई ने एक कहानी सुना दी। दुश्मनी निकालने वास्ते कई को नामजद कर हलसी थाने में मामला दर्ज करा दिया। जिसे खंगालने के लिए एक टीम गठित की गई। जिसमें हलसी थानाध्यक्ष अवधेश कुमार,रामगढ़ चौक थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, मलयपुर थानाध्यक्ष विजय कुमार, तकनीकी शाखा जमुई राजवर्धन तथा डीईआईयू लखीसराय द्वारा मामले की तह तक पहुंचकर संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार कर दिया। जिसमें जमुई जिले के कोली मलयपुर देवाचक से साधु मिस्त्री के पुत्र सुनील कुमार मिस्त्री उर्फ कंप्यूटर,बहछा से एतवारी ढाढ़ी के पुत्र रुदल ढाढ़ी को गिरफ़्तार किया। इसके बयान पर साजिशकर्ता मृतक की पत्नी गु़लफुल देवी तथा मृतक का भाई रविंदर यादव को भी गौरा गांव से गिरफ्तार किया। जिसे न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।