PATNA: वक्त चाहे जो भी रहा हो, मगर बेटियों के लिए सरकारी दामाद ढूंढने की मां-बाप की इच्छा आज भी कम नहीं हुई है। हालांकि वक्त बदलने के साथ-साथ आजकल के सरकारी दामाद के रंग-ढंग कुछ ज्यादा ही हाई-फाई हो गए हैं। फिलहाल दर-दर की धक्के खा रही हैं पटना की गर्भवती महिला, जिसकी शिकायत पर 6 महीने से संज्ञान नहीं लिया गया।
सरकारी कर्मचारी का परिवार निकला दहेजलोभी
मामला राजधानी पटना के गोला रोड दानापुर की रहने वाली महिला भारती कुमारी का है। जिसकी शादी बड़ी धूमधाम से परिवारवालों ने सरकारी कर्मी राकेश कुमार से बीते वर्ष 24 जनवरी 2020 को की थी। बता दें, राकेश कुमार सीतामढ़ी के रहने वाले प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी के रूप में काम करते हैं। पीड़िता की मानें तो शादी के कुछ दिन बाद ही उसके साथ पति सहित ससुराल वालों ने अत्याचार करना शुरू कर दिया था। लगभग तीन माह शादी के बीत जाने के बाद महिला के साथ ससुराल वालों ने हद पार करते हुए मारपीट और रुपये की डिमांड करना शुरू कर दिया। पीड़िता ने इसकी सूचना परिवार वालो को दी। जिसके बाद पटना के गर्दनीबाग महिला थाना में सुलहनामा भी करवाया गया। बावजूद इसके पीड़िता की मुश्किलें कम नहीं हुई। कुछ दिन ठीक रहने के बाद पीड़ित महिला पर एक बार फिर ससुरालवालों का जुल्म शुरू हो गया। वहीं इस बार पीड़ित को ससुराल से मायके का रास्ता दिखा दिया गया।
प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी ने आईओ को किया सेट
हैरानी की बात ये है कि पीड़ित ने साफ तौर पर आरोप लगाते हुए बताया कि महीनों बीत जाने के बावजूद वह आजतक थाने के चक्कर लगा रही है। न्यायालय के आदेश के बावजूद केस आईओ पीड़ित के पति राकेश कुमार की गिरफ्तारी नहीं करते है। पीड़ित महिला ने कहा है कि पति राकेश सरकारी ओहदे पर है और पैसे देकर अब तक न्यायालय के आदेश की अवहेलना करा रहे हैं।
महिला थाना प्रभारी ने दिया पंचायत चुनाव का हवाला
इस मामले पर जब महिला थाना प्रभारी किशोरी सहचरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि महिला ने फोन पर इस बात की जानकारी दी थी। हालांकि ज्यादातर कर्मचारी अभी पंचायत चुनाव को लेकर सभी अस्त व्यस्त है। चुनाव खत्म होते ही करवाई की जाएगी। बहरहाल महिला थाना प्रभारी किशोरी सहचरी से ये सवाल पूछा गया कि आखिर 6 महीने से पीड़िता न्याय के लिए भटक रही है और केस के आईओ पीड़िता को बरगला कर चलता कर देते थे।
इस बाबत महिला थाना प्रभारी ने बताया कि मैं हाल ही में थाने में आई हूं। मुझे अब जानकारी मिली है कार्रवाई जरूर होगी। बहरहाल सोचने वाली बात ये है कि महिला अब 9 महीने की गर्भवती है और न्यायलय के आदेश के बावजूद इसके पीड़ित महिला भारती कुमारी थाने के चक्कर लाग रही है। अब देखना ये होगा कि आखिर पुलिस की दबाव में न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करने से भी परहेज करती नजर आ रही है।