KATIHAR: चोरी के झूठा मामला बताकर खुद ही केस करने वाले व्यवसायी क मैनेजर को पुलिस ने किया गिरफ्तार। कड़ी पूछताछ और हल्के बल प्रयोग से मैनेजर ने उगले सारे राज। दो दिन पूर्व हुई लूट की वारदात में व्यवसायी का मैनेजर ही निकला मास्टरमाइंड।
कोढ़ा थाना क्षेत्र के गेड़ाबाड़ी बाजार में दो दिन पहले इस घटना के बारे में आरक्षी अधीक्षक ने बताया कि सेमापुर के मक्का व्यवसाई बालमुकुंद टिबड़ेवाल के यहां चोरी हुई थी। पिछले कई सालों से उनके यहां काम करने वाले मैनेजर नीरज बीते दिन मक्का से जुड़ा रुपए कलेक्शन लेने के लिए कोढ़ा थाना क्षेत्र के गेड़ाबाड़ी बाजार गया हुआ था। इस दौरान नीरज ने झूठा कहानी रचते हुए पुलिस से कहा कि बाइक में तेल खत्म होने के बाद जब वह अपना स्कूटी रखकर बगल के पेट्रोल पंप में पेट्रोल लेने गया था। उस दौरान उनके गाड़ी की डिक्की से 7.50 लाख रुपए चोरी हो गए। हालांकि पुलिस को पहले से ही नीरज की दलीलें झूठी जान पड़ रही थी। इस बात पर पुलिस ने गंभीरता से जांच की तो नीरज पर झूठा कहानी रचने का मामला सामने आया।
पुलिस के दबाव के बाद नीरज ने कबूल लिया कि उसी ने व्यवसायी के 7.50 लाख रुपए चुराए हैं। सारी रकम झोले में रखकर एक नदी के किनारे मिट्टी के नीचे छुपा कर रखी है। नीरज की निशानदेही पर पुलिस ने रुपयों से भरा झोला भी बरामद कर लिया है। फिलहाल आरोपी पुलिस के गिरफ्त में है और आगे कार्रवाई की बात कही जा रही है।