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Bihar Flood : गंगा के बाढ़ में डूब जाएगा पटना ! पानी पहुँचा खतरे के निशान से छह फीट पार, कई इलाके जलमग्न

Bihar Flood :  गंगा के बाढ़ में डूब जाएगा पटना ! पानी पहुँचा खतरे के निशान से छह फीट पार, कई इलाके जलमग्न

Bihar Flood : गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार होते ही बिहार के कई जिलों पर बाढ़ का गंभीर खतरा मंडराने लगा है. जल संसाधन विभाग बिहार के अनुसार शुक्रवार सुबह 8 बजे गंगा नदी का जलस्तर पटना में सभी प्रमुख जगहों पर खतरे के निशान से एक मीटर या उससे भी अधिक को पार हो चुका है. पटना के दीघाघाट में गंगा का जलस्तर 51.52 मीटर रिकॉर्ड किया गया जबकि खतरे का लेवल  50.45 मीटर है. वहीं गांधीघाट में खतरे का लेवल  48.50 मीटर है लेकिन यहां नदी का जलस्तर 50.14 मीटर पहुंच गया है. वहीं पटना के पूर्वी छोर हथिदह में गंगा नदी के खतरे का जलस्तर 41.76 मीटर है जबकि नदी का लेवल 43.07 मीटर रिकॉर्ड किया गया जो खतरे के स्तर से करीब 1.31 मीटर ज्यादा है.


गंगा के जलस्तर में पिछले चार से पांच दिनों से बढ़ोत्तरी जारी है. इससे गंगा के निचले इलाके और दियारा क्षेत्रों में बाढ़ से जलजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. पटना, भोजपुर, आरा, छपरा, वैशाली, सारण, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर आदि क्षेत्रों में सैकड़ों गांव जलमग्न हो चुके हैं. यहां तक कि कई शहरों के निचले इलाके में गंगा का पानी प्रवेश करने से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है. हजारों हेक्टेयर में लगी फसलें भी गंगा के पानी में बह गई हैं. 


इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को गंगा के जलप्रवाह वाले इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने पटना से हेलीकॉप्टर द्वारा गंगा के किनारे वाले क्षेत्रों का निरिक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान उनके साथ विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे. बक्सर हो या पटना या फिर बेगुसराय और मुंगेर के इलाके तमाम जगहों पर गंगा पूरी तरह उफनाई हुई है. गंगा के किनारे के बसे सभी शहर, कस्बे और गांवों के किनारे तक पानी लबालब हो चुका है. वहीं कई जगहों पर पानी रिहायशी इलाकों और गांवों कि गलियों में प्रवेश कर जाने से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. यहां तक कि कुछ जगहों पर बाढ़ का पानी हाईवे पर चढने या नजदीक आने से आवाजाही पर खतरा मंडराने लगा है.


गंगा के बढ़ते जलस्तर और करीब करीब सभी जगहों पर खतरे के निशान को पार करने से बड़े स्तर पर लोगों कि परेशानी बढ़ी है. यहां तक कि कुछ जगहों पर गंगा का पानी आसपास कि प्रमुख सड़कों पर आ जाने से कुछ मार्गों पर आवागमन कि समस्या उत्पन्न हो गई. वहीं गंगा के प्रवाह वाले जिलों में दियारा ओर निचले क्षेत्रों के सैंकड़ों स्कूलों को बंद कर दिया गया है. 

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