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गरीबी को मात दे रहा बिहार, 3.77 करोड़ लोग हुए गरीबी रेखा से बाहर, नीति आयोग ने जारी किया रिपोर्ट

गरीबी को मात दे रहा बिहार, 3.77 करोड़ लोग हुए गरीबी रेखा से बाहर, नीति आयोग ने जारी किया रिपोर्ट

PATNA: बिहार में गरीबी रेखा से ऊपर आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। लोग तेजी से गरीबी से ऊपर उठ रहे हैं। नीति आयोग के ताजा जारी रिपोर्ट के अनुसार बिहार में पिछले 9 साल में 3.477 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। दरअसल, नीति आयोग ने बीते दिन एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें सूबे में गरीबी स्तर 51.89 से 33.76 फीसदी पर आ गया है। वहीं देश में पिछले नौ साल में 24.82 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए है।

3.77 करोड़ लोग गरीबी रेखा से हुए बाहर

वहीं रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में 5.94 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। वहीं बिहार में 3.77 करोड़ और मध्य प्रदेश में 2.30 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए। बहुआयामी गरीबी सूचकांक के सभी 12 संकेतकों में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले लगभग दो दशकों में लोगों के जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। इस दौरान गरीबी का स्तर तेजी से 50 फीसदी से घटकर 11.28 फीसदी पर आ गया है।

सरकार के नीतियों को जाता है श्रेय

गरीबी में गिरावट की तेजी से साफ है कि 2024 के दौरान भारत इस मोर्चे पर एक अंक के आंकड़े में पहुंच जाएगा। वहीं गरीबी में आई कमी का श्रेय काफी हद तक सरकार की तरफ से लागू की गई योजनाओं को जातें हैं। मालूम हो कि, बहुआयामी गरीबी को स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवनस्तर में सुधार के जरिये मापा जाता है। नीति आयोग ने सोमवार को यह रिपोर्ट जारी किया है।

देश में 24.82 करोड़ लोग गरीबी रेखा से हुए बाहर

नीति आयोग की ओर से सोमवार को जारी परिचर्चा पत्र के अनुसार, देश में बहुआयामी गरीबी 2013-14 में 29.17 प्रतिशत थी जो 2022-23 में घटकर 11.28 प्रतिशत रही। इसके साथ ही इस अवधि के दौरान 24.82 करोड़ लोग इस श्रेणी से बाहर आए हैं। आयोग ने कहा कि राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवनस्तर के मोर्चे पर स्थिति को मापती है। यह 12 सतत विकास लक्ष्यों से संबद्ध संकेतकों के माध्यम से दर्शाए जाते हैं। इनमें पोषण, बाल और किशोर मृत्यु बके दर, मातृत्व स्वास्थ्य, स्कूली शिक्षा के वर्ष, स्कूल में उपस्थिति, खाना पकाने का ईधन, स्वच्छता, पीने का पानी, मी बिजली, आवास, संपत्ति और बैंक खाते शामिल हैं।

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