PATNA: बिहार की सड़कों का सेफ्टी ऑडिट होगा। मार्च 2020 से पहले सभी महत्वपूर्ण सड़कों के सेफ्टी ऑडिट का काम पूरा हो जाएगा।ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्ययोजना बनेगी और उसपर अमल किया जाएगा।बिहार के परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि आरडब्लूडी और आरसीडी अपने माध्यम से सड़कों का ऑडिट करा रहे हैं।पथ निर्माण विभाग ने अपनी 500 किमी सड़कों का तो सेफ्टी ऑडिट करा भी लिया है।वहीं ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों की सेफ्टी ऑडिट का काम भी शुरू होने वाला है।
उन्होंने बताया कि ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर कहां फुटओवर ब्रीज बनाए जाने हैं,अंडरपास बनाने की जरूरत है या बिजली पोल हटाए जाने,सड़कों की चौड़ाई बढ़ाए जाने,डिवाईडर समेत तमाम बिंदूओ की रिपोर्ट होगी।उसी आधार पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सूचना भवन में परिवहन विभाग की तरफ से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि ई-रिक्शा को लेकर भी विभाग ऑडिट करा रहा है कि किस रूट पर कितने ई-रिक्शा चलने चाहिए।उन्होंने बताया कि ई-रिक्शा बढ़ने की मुख्य वजह यह है कि उस चलाने के लिए किसी तरह की परमिट की जरूरत नहीं है।
साल के अंत तक होंगे 11 सीएनजी फ्यूल स्टेशन
संजय अग्रवाल ने बताया कि बिहार में सीएनजी क्रांति की शुरूआत हो गई है।बड़ी संख्या में लोग अपनी डीजल-पेट्रोल गाड़ियों को सीएनजी के रूप में परिवर्तित करा रहे हैं। सीएनजी से वाहन चलाने में काफी कम खर्च आती है।पुरानी गाड़ियों को सीएनजी में कंवर्जन को लेकर सात कंपनियों का चयन किया गया है। जहां तक सीएनजी फ्यूल स्टेशन का सवाल है तो वर्तमान में पटना में 2 स्टेशन हैं लेकिन इस महीने के अंत तक तीन और सीएनजी फ्यूल स्टेशन काम करने शुरू कर देंगे।वहीं साल के अंत तक 11 फ्यूल स्टेशन काम करने लगेंगे।उसके बाद किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी।