PATNA : प्रदेश में पिछले तीन दिन से हो रही प्री मानसून बारिश ने पूरी व्यवस्था की पोल खोल दी है। विशेषकर राजधानी पटना में हालात 2019 में आई बाढ़ की तरह हो गए हैं। शहर के कई मोहल्ले पूरी तरह से जलजमाव से प्रभावित हैं। विशेषकर कंकड़बाग और राजेन्द्र नगर इलाके में हर साल की तरह बारिश के कारण कई घरों में पानी घुस गया है। जिस तरह बारिश से निपटने को लेकर राज्य सरकार और नगर निगम ने काम किया है। उसके बाद तमाम विपक्षी पार्टियों को मौका मिल गया है सरकार को घेरने का। मामले ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसके लिए पटना के वोटरों को ही निशाने पर ले लिया है। उन्होंने लिखा है जहाँ जल जमाव हो रहा है 35 वर्षों से वहाँ के जनप्रतिनिधि बीजेपी के विधायक,सांसद,मंत्री और उपमुख्यमंत्री रहे है। साथ ही उन्होंने लिखा है कि इन क्षेत्रों के मतदाता सबसे अधिक शिक्षित है लेकिन जाति-धर्म को प्राथमिकता देते है। तेजस्वी ने साफ तौर पर यह कहने की कोशिश की है कि पटना के इन इलाकों में जो हाल है, उसके लिए वह वोटर ही जिम्मेदार हैं, जो ऐसे लोगों को वोट देते हैं, जिन्हें जनता की परेशानी का कोई मतलब नहीं है।
बता दें कंकड़बाग और राजेन्द्र नगर पटना के उन क्षेत्रों में शामिल है, जहां बड़ी संख्या में डॉक्टर, बैंककर्मी सहित अन्य पेशे से जुड़े लोग रहते हैं। पिछले ज्यादातर चुनाव में इन इलाकों में एनडीए प्रत्याशियों को जीत मिलती रही है। फिर चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा। इस बार भी यही स्थिति है। जल जमाव के बहाने कहीं न कहीं तेजस्वी यादव चुनावों मे इन इलाकों में मिलनेवाली हार के लिए वोटरों को जिम्मेदार माना है। जल जमाव से निपटने के लिए वह राज्य सरकार और नगर निगम की नाकामियों को ठिकरा वह सीधे तौर पर उन वोटरों को देने की कोशिश कर रहे हैं जिनके कारण उन्हें बार बार हार का सामना करना पड़ता है।
इसका ज़िम्मेवार विपक्ष है क्योंकि प्रदेश में 16 वर्षों से NDA की सरकार है। जहाँ जल जमाव हो रहा है 35 वर्षों से वहाँ के जनप्रतिनिधि बीजेपी के विधायक,सांसद,मंत्री और उपमुख्यमंत्री रहे है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 28, 2021
सनद रहे है इन क्षेत्रों के मतदाता सबसे अधिक शिक्षित है लेकिन जाति-धर्म को प्राथमिकता देते है।
सबसे बड़ी बात यह है इन इलाकों में रहनेवाले ज्यादातर लोग जनरल तबके से ताल्लुक रखते हैं। जिनका वोट परसेंट राजद के हिस्से में न के बराबर है। अब जलजमाव के बहाने तेजस्वी यादव इस तबके के लोगों की समझ पर ही सवाल उठा रहे हैं।