बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के संसदीय क्षेत्र में खुली स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल, बैठक से नदारद रहे मेडिकल कॉलेज के दो तिहाई से अधिक डॉक्टर

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के संसदीय क्षेत्र में खुली स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल, बैठक से नदारद रहे मेडिकल कॉलेज के दो तिहाई से अधिक डॉक्टर

BETIYAAH : कोरोना संकट में अस्पताल की व्यवस्था को दुरूस्त करने का जिम्मा स्थानिए सांसद व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डा.संजय जायसवाल ने अपने कंधे पर उठा लिया हैं जिसकी शुरूआत सांसद ने  बेतिया गर्वनमेंट मेडिकल कालेज अस्पताल के चिकीत्सको के साथ बैठक कर की लेकिन बैठक में महज 27 से 30 चिकीत्सक हीं मौजूद रहे, जबकि मेडिकल कालेज में 150 से अधिक चिकित्सक तैनात है। जिसके बाद चिकित्सको को अनुपस्थित देख सांसद भड़क गए। भाजपा सांसद ने चिकीत्सको को दो टूक में कह दिया हैं कि या तो काम करें नहीं तो नौकरी छोड़ दें लेकिन चिकित्सक धमकी देना बंद करें।

मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्था का आलम

व्यवस्था में सुधार की चेतावनी देते हुए सांसद डा.संजय जायसवाल ने सभी चिकित्सकों की जमकर क्लास लगाई तो वहीं काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों ने मेडिकल कालेज की कुव्यवस्था का पूरा चिट्ठा हीं खोल कर सांसद के सामने रख दिया। सांसद ने ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्सकों पर निगरानी रखने के लिए अपने एक कार्यकर्ता को अस्पताल में तैनात करने की बात भी कहीं वहीं उन्होने अस्पताल में लगे वेंटिलेटर के खराब होने व नहीं चलने का कारण निश्चेतना विभाग के विभागाध्यक्ष से पूछा तो विभागाध्यक्ष ने कहा कि एक साल से सबकुछ ऐसे हीं पड़ा है। कोई देखने वाला नहीं हैं। 

महामारी में दी धमकी तो अंजाम होगा बुरा

चूंकी संजय जायसवाल खुद एक चिकित्सक रहें हैं इसलिए उन्होने सभी डॉक्टरों को आगाह करते हुए कहा कि अभी तो सिर्फ चेतावनी दी जा रही हैं और अगर चिकित्सक महामारी के इस दौर में काम नहीं करेंगें। तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें। लिहाजा प्रदेश अध्यक्ष ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए कहा कि जबतक वह जिले में रहेंगे प्रतिदिन अस्पताल आयेंगे और व्यवस्था को खुद देखेंगें। साथ हीं उन्होने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह खुद भी अस्पताल में काम कर सकते हैं। 

कोरोना से बचाव के लिए मास्क भी नहीं

हालांकि कुछ चिकीत्सकों ने मेडिकल कालेज के प्रिसिंपल व कालेज के अधीक्षक के सामने हीं व्यवस्था को पोल खोलते हुए कहा कि अस्पताल अधीक्षक नर्सिंग होम में बैंठकर मेडिकल कालेज चला रहें हैं और जो चिकित्सक दिन रात ड्यूटी कर रहें हैं। उन्हे मास्क, सेनेटाइजर तक मुहैया नहीं कराया जाता हैं। बल्कि वह खुद अपना मास्क व सेनेटाइजर इस्तेमाल करते हैं। 

बहरहाल, कोरोना के बढ़ते रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए सांसद ने मोर्चा संभाल लिया हैं और मेडिकल कालेज की व्यवस्था को सुदृढ़ करने का जिम्मा उठा लिया हैं ऐसे में देखना होगा कि सांसद के इस पहल का कितना असर मेडिकल कालेज की व्यवस्था पर पड़ता हैं। संजय जायसवाल हाल में ही नाइट कर्फ्यू को लेकर राज्य सरकार के निर्णय को लेकर अपना विरोध जाहिर किया था।

Suggested News