PATNA. : विधानसभा के आचरण समिति ने 23 मार्च को सदन के अंदर विधायकों के हंगामे और असंसदीय आचरण की जांच शुरू कर दी है। पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने समिति को जांच करने के लिए पत्र लिखा था समिति उनके पत्र के आधार पर आरंभिक जांच शुरू कर दी है। इस समिति में रामनारायण मंडल को सभापति जबकि उनके साथ अरुण कुमार सिन्हा राम विशुन सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू अचमित ऋषि देव को भी शामिल किया गया है।
मांगे गए घटना के फुटेज
आचरण समिति ने इस संबंध में अपनी पहली बैठक में 23 मार्च को घटना से जुड़ी पूरी फूटेज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इन वीडियो फुटेज और दूसरे साक्ष्यों के आधार पर यह तय किया जाएगा कि 23 मार्च को हुई घटना अचानक हुई थी या उसके लिए कोई योजना बनाई गई थी। बता दें कि नए पुलिस कानून को लेकर 23 मार्च को विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष को उनके चैंबर में दो घंटे तक बंक बनकर रखा था। जिसके बाद पहली बार विधानसभा के अंदर पुलिस को जाना पड़ा, जहां से विधायकों को पीटते हुए बाहर निकाला गया।
गृह विभाग भी कर रही है जांच
23 मार्च को बिहार विधानसभा में हुई मारपीट की घटना को लेकर आचरण समिति ने जहां जांच शुरू कर दी है, वहीं दूसरी तरफ अध्यक्ष विजय कुमार सिंहि के पत्र के आधार पर पुलिस ने भी असह जांच कर रही हैं। इस मामले में गृह विभाग के मुख्य सचिव के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश के बाद ही पुलिस अंदर गई हुई थी। उ्न्होंने बताया कि पुलिस टीम सिर्फ मार्शल की मदद के लिए अंदर गए थे। उन्होंने बताया कि अगल दस दिनों में विभाग अपनी रिपोर्ट पेश कर दी जाएगी।