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BIHAR NEWS: कोरोना से लड़ाई में पहले डॉक्टर मां आयी आगे, अब दोनों बेटों ने पेश की मिसाल, जाने पूरी रिपोर्ट

BIHAR NEWS: कोरोना से लड़ाई में पहले डॉक्टर मां आयी आगे, अब दोनों बेटों ने पेश की मिसाल, जाने पूरी रिपोर्ट

पटना: कोरोना से लड़ाई के लिए पहले मां ने अपनी हिम्मत दिखायी और अब मां के कदमों पर चलते हुए बच्चे भी कोरोना से लड़ाई के लिए आगे आ गये हैं। मां हैं डॉक्टर वीना सिंह व बेटे हैं 13 व सात साल के सत्यम व सम्यक, जिनका नाम पटना एम्स में कोरोना योद्धा के रूप में दर्ज है।

निभाया अपना डॉक्टर का धर्म

दरअसल पटना एम्स में बर्न व प्लास्टिक सर्जरी विभाग की एचओडी डॉ वीना सिंह ने कोरोना वैक्सीन के लिए खुद पर ट्रायल करवाया और अब उनके दोनों बच्चे, कोरोना की बच्चों की आने वाली वैक्सीन का ट्रायल खुद पर कराने के लिए तैयार हो गये हैं। डॉ. वीना सिंह कहती हैं, डॉक्टर का धर्म है कि वह आम लोगों की सुरक्षा के लिए आगे आए। कोरोना की लहर को देख पूरे देश में हाहाकार मचा था। बस एक ही उम्मीद थी जिंदगी की, वह थी वैक्सीन। देश में वैक्सीन तैयार हुई और इसका ट्रायल शुरू हो गया। पटना एम्स भी ट्रायल में शामिल हुआ, लेकिन लोगों में जागरुकता की कमी के कारण ट्रायल के लिए लोग नहीं मिल रहे थे। देश में जल्दी वैक्सीन आए इसके लिए वह आगे आईं और खुद पर वैक्सीन का ट्रायल कराया। डॉ. वीना को खुशी है कि वह उस वैक्सीन के ट्रायल का हिस्सा रहीं, जिसने आज देश में कोरोना से करोड़ों लोगों की जान बचाई है।

मां को देख जोश में आये बच्चे

डॉ सिंह बताती हैं, जब बच्चों के वैक्सीन की ट्रायल की बात आयी तो मेरे दोनों बच्चों ने खुद ट्रायल की इच्छा जतायी। वीना बताती हैं कि सत्यम ने खुद जिद कर के वैक्सीन के ट्रायल के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। जब 12 से 18 के बीच उनका नंबर आया तो चार जून को जाकर वैक्सीन ट्रायल का हिस्सा बना। सत्यम का कहना है कि वैक्सीन लेने के बाद उन्हें कुछ भी असर नहीं पड़ा और न ही कोई परेशानी हुई। वहीं सत्यम के छोटे भाई सात साल के सम्यक का भी रजिस्ट्रेशन हो गया है। जब 6 से 12 वर्ष वालों के ट्रायल का नंबर आएगा तो वह सबसे पहले वैक्सीन लेने पटना एम्स जाएगा। 

दोनों ने की अपील

डॉक्टर वीना के साथ उनके बेटे सत्यम ने लोगों से अपील की है कि वह बच्चों वाली वैक्सीन के ट्रायल के लिए आगे आएं। बच्चों की वैक्सीन आना बहुत जरूरी है। क्योंकि तीसरी लहर में बच्चों पर ही सबसे अधिक खतरा है। ऐसे में हर किसी को वैक्सीन लगवानी चाहिए और बच्चों की वैक्सीन ट्रायल के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। जिससे पूरे देश के बच्चों को वैक्सीन से काफी लाभ हो और कोरोना को मात मिले। वहीं पटना एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि डॉ. वीना का पूरा परिवार कोरोना वैक्सीन के ट्रायल का योद्ध बन गया है। वैक्सीन के ट्रायल के लिए यह एक नजीर है। डॉ. वीना सिंह के पति डॉ. संतोष ने भी उनपर गर्व जताया है। 


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