पूर्णिया: सूबे की सरकार ने निर्णय लिया है कि अब किसानों को निर्धारित मूल्य पर खाद मिलेगा। सरकार के फैसले के बाद बिहार राज्य खाद बीज उर्वरक कीटनाशक विक्रेता संघ सहित किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है। बिहार राज्य खाद बीज किटनाशक विक्रेता संघ के प्रदेश अध्यक्ष निरंजन कुशवाहा ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि हमारी जो लड़ाई थी, आज सफल हो गया। सरकार की तरफ से जो निर्णय लिया गय है, बिहार राज्य खुदरा बीज कीटनाशक विक्रेता संघ तहेदिल से सरकार के फैसले स्वागत करता है। सरकार के नये निर्देश के बाद कम्पनी द्वारा खुदरा विक्रेताओं के दुकान तक उर्वरक पहुंचना है। उसके बाद विक्रेता किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर खाद को बेचेगी। अगर कंपनी के द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है तो कंपनी के खिलाफ FCO 1985 एवं FC एक्ट के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
निरंजन कुशवाहा ने कहा कि आठ जुलाई 2021 को संघ द्वारा कृषि मंत्री को पत्र लिखकर उर्वरक खरीद पर समस्या को बताया गया था। जिसमे मुख्य बातें बिहार सरकार प्रदेश के किसानों को खाद यूरिया खाद 266.50 रुपये में उपलब्ध कराने का निर्णय है। यह निर्णय किसानों के भले के साथ-साथ खुदरा उर्वरक विक्रेता का भी सम्मान बढ़ाने वाला है। लेकिन इस प्रक्रिया में कुछ परेशानी भी है। जिसमे थोक विक्रेता का दर 242 +5% 5 जीएसटी लगभग 255 रुपये है। लोडिंग एवं अनलोडिंग पांच रुपये प्रति बोरा है। ढुलाई भाड़ा 10 रुपये से 35 रुपये प्रति 45 किलो बोरा दूरी के अनुसार पड़ता है। इस प्रकार खुदरा विक्रेता को 270 से 295 तक एक बोरा यूरिया का दाम पड़ जाता है। इसलिए व्यवहारिक रूप से सेकेंडरी फ्रेट की व्यवस्था कंपनी अथवा सरकारी स्तर पर की जानी चाहिए। बिहार का खुदरा उर्वरक विक्रेता किसान हित में सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के साथ खड़ा है परंतु इन समस्याओं का समाधान किए बिना सरकार की यह योजना पूर्व की भांति और सफल हो सकती है।
कुशवाहा ने बताया कि उसी पत्र के आलोक में सोमवार को सरकार का फैसला किसान हित में आया है। इस मौके पर समिति के प्रदेश महासचिव भरत भगत, अनंत मोदी, त्रिलोक साह, बमबम चौधरी, अभिषेक अग्रवाल सहित दर्जनों दुकानदार मौजूद थे।