CHHAPRA: राजकीय रेल पुलिस के डीआईजी उमाशंकर प्रसाद मंगलवार को छपरा जंक्शन पहुंचे। उन्होनें मुजफ्फरपुर प्रक्षेत्र के सोनपुर-थावे-सीवान-गोपालगंज, छपरा आदि रेल थानों के थानाध्यक्षों के साथ बैठक की, और सीधे हिदायत दी कि अपराध व अपराधियों को रेल व रेल परिसर में फटकने नहीं दें। यदि किसी भी रेल थाने में अपराध होता है तो थानाध्यक्ष व अन्य मातहत अधिकारियों पर ही कार्रवाई होगी। इसलिए अपने से खुद मुस्तैद रहें। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि छपरा जंक्शन के रेल थाने को जल्द ही अपना नया भवन नसीब होगा। ये अपने आप में एक इतिहास होगा। क्योंकि दशकों से जर्जर कमरों में रेल थाना छपरा चल रहा है। भवन का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। अगले साल यानि 2022 के मार्च तक नए भवन में थाना चला जाएगा। रेल एसपी अशोक कुमार सिंह ने डीआईजी को आश्वस्त किया कि नए साल के मार्च में नए भवन में जीआरपी थाना होगा।
1.71 करोड़ में बन रहा है भवन
छपरा जंक्शन जीआरपी थाने का निर्माण 1.71 करोड़ की लागत से बन रहा है। भवन तीन मंजिला है। इसमें हर बुनियादी के साथ ही आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध करायी गयी हैं। थानाध्यक्ष के बैठने के लिए अलग कमरा बनाया गया है, वहीं जरूरत के अनुसार हर सुविधा रखी गयी है। इंटरनेट की सुविधा भी बहाल की गई है।
इंसपेक्टर कार्यालय का गहन निरीक्षण
डीआईजी ने इंसपेक्टर कार्यालय का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अपराध व अपराधियों से जुड़ी कई संचिकाओं को देखा। विभिन्न कांडों की भी समीक्षा की। कार्यालय की साफ सफाई को भी देखा। उन्होंने सफाई को लेकर दो टूक कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत कार्यालय से लेकर आवास तक को चकाचक रखा जाना चाहिए। इससे माहौल तो सुंदर रहता ही है, बीमारियां भी नहीं आती हैं। लगे हाथ अफसरों को कार्य के प्रति और भी मुस्तैद रहने की चेतावनी भी दे दी। कहा कि यदि मुस्तैदी बरकरार रहेगी तो अपराध व अपराधी अपने ही दूर हो जाएंगे।