पटना. बिहार में बढ़ते अपराध और बिगड़ती कानून व्यवस्था का आरोप लगाकर राजद की ओर से रविवार को राजभवन मार्च निकाला गया. राजद के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्ती लिए बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन में लगातार अपराध बढ़ने का आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी की. सीएम नीतीश के इस्तीफे की मांग वाले बैनर लेकर राजद कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध जताया.
राजद की ओर से महिलाओं के साथ दुष्कर्म एवं अत्याचार करना बंद करो, नहीं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गद्दी छोड़ो. महिलाओं के साथ छिनतई करना बंद नहीं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गद्दी छोड़ो. दुष्कर्मियों को फांसी दो, मुख्यमंत्री मुर्दाबाद, मुर्दाबाद जैसे नारे लिखे बैनर लहराए गये. साथ ही केंद्र की मोदी सरकार को भी राजद ने निशाने पर लिए, जातीय गणना की मांग को लेकर राजद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा. 'पूरे देश में जातीय गणना कराओ नहीं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गद्दी छोड़ो' के नारे लगाए गये.
हालांकि राजद कार्यालय से निकलकर यह मार्च जैसे ही इनकम टैक्स चौराहे के पास पहुंचा सुरक्षा में तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध जताया और वहीं धरने पर बैठ गए. इस बीच राजद कार्यकर्ताओं ने नीतीश सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की.
बाद में राजद के 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को प्रशासन की ओर से राजभवन जाने की अनुमति मिली. 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल मेमोरेंडम सौंपने गए. इसमें राजद सुप्रीमो लालू यादव के हनुमान कहे जाने वाले भोला यादव सहित रीत लाल यादव, भाई वीरेंद्र, रणविजय साहू, ऋतु जायसवाल, जयप्रकाश आदि शामिल रहे.
वंदना की रिपोर्ट