PATNA: बिहार के सभी 81,223 सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी बनाना अनिवार्य कर दिया है। एक अक्टूबर 2024 से शिक्षकों का वेतन ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर ही मिलेगा. शिक्षा विभाग बार-बार वैसे शिक्षकों को आगाह कर रहा है जो ऑनलाइन उपस्थिति नहीं बना रहे. जानकारी के अनुसार, ऐसे 334 विद्यालय हैं जहां के एक भी शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति नहीं बना रहे हैं। वैसे स्कूल के शिक्षकों को सलाह दी गई है कि जिन विद्यालयों के पास इंटरनेट सेवा बाधित रहती है, वहां के शिक्षक अपने मोबाइल पर लाग-इन पहले ही कर लें. पोर्टल पर पहले से ही लॉग-इन रहेगा तो विद्यालय के पास पहुंचने के बाद भी ऑनलाइन हाजिरी बनाने में कोई समस्या नहीं होगी. शिक्षा विभाग के सूत्र बताते हैं कि वर्तमान में 70 हजार शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन नहीं बन पा रही है.
शिक्षा विभाग स्पष्ट किया कि सूबे के लगभग 92 प्रतिशत शिक्षकों द्वारा प्रतिदिन ऑनलाइन उपस्थिति ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर बनायी जा रही है। सिर्फ आठ प्रतिशत ही ऐसे शिक्षक हैं जो ऑनलाइन उपस्थिति नहीं बना रहे हैं। ऐसे शिक्षकों को हर हाल में ऑनलाइन उपस्थिति बनाना होगा, क्योंकि एक अक्टूबर से ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर ही वेतन मिलेगा. बता दें, 25 जून से ही सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मियों के लिए ऑनलाइन उपस्थिति लागू है. राज्य में 71 हजार 863 प्रारंभिक विद्यालय हैं. साथ ही 9 हजार 360 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं. विद्यालयों में शिक्षकों की शत-प्रतिशत ऑनलाइन उपस्थिति होने के बाद छात्र-छात्राओं की भी उपस्थिति ऑनलाइ लेने की व्यवस्था बनाई जायेगी. संभवतः यह व्यवस्था दिसंबर से लागू करने की तैयारी है.
शिक्षा विभाग के अधिकारी बताते हैं कि, सभी जिलों में ऑनलाइन उपस्थिति की मॉनिटरिंग कर रही है. सूबे के सरकारी विद्यालयों में पांच लाख 52 हजार 570 शिक्षक कार्यरत हैं। इनमें चार लाख 78 हजार शिक्षक प्रतिदिन ऑनलाइन उपस्थिति बना रहे हैं। बाकी बचे शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी बनाने को लेकर व्यवस्था की जा रही है.