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BIHAR NEWS: राजद कार्यकर्ताओं ने मनाया प्रतिरोध दिवस, कई जगहों पर जलायी कृषि कानूनों की प्रतियां

BIHAR NEWS: राजद कार्यकर्ताओं ने मनाया प्रतिरोध दिवस, कई जगहों पर जलायी कृषि कानूनों की प्रतियां

पटना: कृषि कानून के विरोध में किसानों के शांतिपूर्ण आन्दोलन के छह महीने पूरे होने के मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध दिवस पर देश के अन्य 12 प्रमुख विपक्षी दलों के साथ राजद की सक्रिय भागीदारी रही। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बताया कि देश के 12 प्रमुख विपक्षी दलों द्वारा संयुक्त किसान मोर्चा के आन्दोलन को दिये गये समर्थन के आलोक में राजद कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिरोध दिवस मनाया। 

इस अवसर पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए राजद कार्यकर्ताओं द्वारा अपने-अपने घरों पर काला झंडा फहरा कर और काली पट्टी बांधकर किसान आन्दोलन के प्रति सरकार के नकारात्मक रवैये के प्रति अपना प्रतिरोध दर्ज कराया गया। कई जगहों पर काले कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई गईं। कई स्थानों पर शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए सांकेतिक रूप से धरना देकर किसानों के आन्दोलन को समर्थन देने का संकल्प लिया गया। 


राजद प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र सरकार को अड़ियल रवैया छोड़कर इन मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के साथ फिर से वार्ता शुरू करनी चाहिये। गत 12 मई को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव सहित देश के 12 प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि महामारी का शिकार बन रहे हमारे लाखों अन्नदाताओं को बचाने के लिये कृषि कानून निरस्त किये जाएं ताकि वे अपनी फसलें उगाकर भारतीय जनता का पेट भर सकें।' संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कृषि कानूनों को तत्काल निरस्त करने और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार सी2+ 50 प्रतिशत न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी अमलीजामा पहनाने की मांग की गई है। 

ज्ञात हो कि संसद ने पिछले साल सितंबर में तीन कृषि विधेयक पारित किये थे, जो बाद में राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद कानून बन गए थे। इन कानूनों के खिलाफ किसान हरियाणा से लगे सिंघू और टीकरी बॉर्डर और उत्तर प्रदेश से सटे गाजीपुर बॉर्डर समेत कई स्थानों पर गत 26 मई से हीं आंदोलन कर रहे हैं और धरने पर बैठे हुए बुधवार को छह महीने हो गए। 

       


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