पटना: बिहार सरकार ने राज्य के ग्राहकों के लिए पुराने मीटरों को स्मार्ट प्री-पेड इलेक्ट्रिक मीटर से बदलने के लिए एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किया है। इसी के तहत बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) के फील्ड इंजीनियरों के लिए बुधवार को एक ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया था। राज्य भर के लगभग 300 प्रतिभागी फील्ड इंजीनियरों को प्रशिक्षण सत्र का परिचय देते हुए साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) और बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (बीएसपीजीसीएल) के प्रबंध निदेशक संजीवन सिन्हा ने कहा कि स्मार्ट प्री-पेड इलेक्ट्रिक मीटर वाणिज्यिक नुकसान को कम करने और बिजली उपयोगिता कंपनियों के राजस्व में वृद्धि करने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड इलेक्ट्रिक मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को बिल जेनेरेट होने के लिए मीटर रीडर्स का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इससे उपभोक्ता अपने मीटर को खुद रिचार्ज कर पायेंगे। बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, संजीवन सिन्हा ने कहा कि स्मार्ट प्री-पेड इलेक्ट्रिक मीटर एक वेब-मॉनिटरिंग सिस्टम से जुड़ा है, इसके लग जाने से राजस्व संग्रह की प्रक्रिया और आसान हो जाएगी। इन-हाउस प्रशिक्षकों ने स्मार्ट प्री-पेड इलेक्ट्रिक मीटर के बारे में कई मिथकों को दूर किया और इलेक्ट्रॉनिक मीटर पर अपनी दक्षता प्रदर्शित की। उन्होंने स्मार्ट मीटर के तकनीकी पहलू के बारे में बताया और यह भी बताया कि उपयोगकर्ताओं की समस्याओं को कैसे हल किया जा सकता है।
प्रशिक्षकों ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि ग्राहकों को स्मार्ट प्री-पेड इलेक्ट्रिक मीटर लगाने के लिए कोई सिक्युरिटी मनी जमा करने की आवश्यकता नहीं होगी। साथ ही वे दैनिक आधार पर बिजली की खपत को ट्रैक कर सकेंगे और अपने बिजली के उपयोग को नियंत्रित कर सकेंगे। एक प्रशिक्षक ने कहा, 'स्मार्ट प्री-पेड इलेक्ट्रिक मीटर का नया कनेक्शन लगाने पर 0 बैलैंस मिलेगा, जिसे रिचार्ज करने के लिए तीन दिन का समय मिलेगा।" इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऊर्जा विभाग की समीक्षा के दौरान कहा था कि केंद्र सरकार ने पुराने मीटरों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बदलने का मॉडल भी अपनाया है। उन्होंने अधिकारियों से काम में तेजी लाने को कहते हुए कहा था कि सभी घरों में स्मार्ट प्री-पेड इलेक्ट्रिक मीटर लगने चाहिए। इसके लिए फंड की कमी नहीं होगी।
पटना से विवेकानंद की रिपोर्ट