AURANGABAD: कोरोना की दूसरी लहर के करीब-करीब समाप्त होने पर स्कूल खुले। स्कूलो के साथ ही छात्रों को कोविड प्रोटोकॉल के पालन के निर्देश दिए गए। हालांकि जो तस्वीर हम आपको दिखाने जा रहे हैं, उसमें ना तो कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है, और ना ही किसी भी छात्र में कोरोना को लेकर कोई खौफ दिख रहा है।
दरअसल यह तस्वीर औरंगाबाद सदर प्रखंड के बसडीहा हाई स्कूल की है। जहां छात्रों ने विद्यालय परिसर में इस कारण जमकर हंगामा किया क्योकि उन्हे मैट्रिक के अंक पत्र के साथ मूल प्रमाण पत्र नही दिया गया। मूल प्रमाण पत्र के लिए छात्र स्कूल का पिछले दस दिनों से चक्कर लगा रहे हैं। इस मामले में न तो यहां के कर्मी और न ही प्राचार्य ध्यान दे रहे है। छात्र मैट्रिक का मूल प्रमाण पत्र नही मिलने के विरोध में जो हल्ला-हंगामा और प्रदर्शन कर रहे है। उनकी मांग तो जायज है, मगर जिस तरीके से सभी एकजुट होकर प्रदर्शन कर रहे हैं, वह कहीं से भी उचित नहीं है। छात्रों द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई जा रही है। ना सोशल-फिजिकल डिस्टेंस का पालन हो रहा है और न किसी छात्र के चेहरे पर मास्क ही है।
हंगामा कर रहे छात्रों का आरोप है कि कोरोना काल की लंबी बंदी के बाद स्कूल तो खोला गया लेकिन व्यवस्थाएं बिल्कुल न के बराबर हैं। यहां न तो नियमित शिक्षक आ रहे और न ही प्राचार्य हैं। ऐसे में यहां उनकी पढ़ाई भी बाधित हो रही है।