BIHAR NEWS: ट्रांसफर पोस्टिंग के बीच जिंदगी से जंग हारे सुल्तानगंज बीडीओ, सरकारी आवास से अस्पताल आने तक तोड़ दिया दम

BHAGALPUR: सुल्तानगंज के प्रखंड विकास पदाधिकारी नवल किशोर ठाकुर के असामयिक निधन सोमवार रात 9 बजे हो गया। गौरतलब हो कि प्रखंड विकास पदाधिकारी नवल किशोर ठाकुर कोरोना संक्रमण को मात देकर पटना से सुल्तानगंज लौटे थे और 14 जून से पुनः कार्यभार संभाला था। सोमवार को नित्य दिन की तरह ही उन्होंने प्रखंड मुख्यालय में कामकाज संभाला उसके बाद पंचायती राज पदाधिकारी रमेश कुमार के विदाई समारोह में भी शरीक हुए। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने बताया कि विदाई समारोह को संबोधित करते वक्त बीडीओ की तबीयत बिगड़ गई।


इधर तकरीबन रात 8:30 बजे के करीब प्रखंड विकास पदाधिकारी को सांस लेने में तकलीफ होने लगी, जिसके बाद परिजनों ने उन्हें तुरंत ऑक्सीजन लगाया और बेहतर इलाज के लिए घर से निकलने लगे। इसी बीच स्वास्थ्य प्रबंधक चंदन कुमार को बीडीओ के संबंधियों ने फोन लगाया प्रबंधक तुरन्त बीडीओ आवास पर पहुंचे और उनको लेकर सीधे रेफरल अस्पताल आए। यहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर अखिलेश कुमार ने बीडीओ को मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनते ही परिवार में सन्नाटा मच गया। पत्नी नीतू देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। नीतू सहरसा की रहने वाली हैं। वही परिजन लगातार जिले के वरीय अधिकारी से संपर्क में है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय जनप्रतिनिधि, पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ-साथ बुद्धिजीवी व गणमान्य लोगों ने रेफरल अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली। बीडीओ के संबंधियों ने बताया कि वे पूरी तरीके से स्वस्थ थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के बाद कमजोरी के कारण अस्वस्थ रहते थे। इधर चिकित्सक का कहना है कि बीडीओ को जैसे ही अस्पताल लाया गया जांच में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी नवल किशोर ठाकुर का घर नवारा प्रखंड के मकवा जिला सहरसा में है। प्रखंड विकास पदाधिकारी के तौर पर उन्होंने बीते वर्ष 3 अगस्त को सुल्तानगंज में योगदान दिया था। प्रखंड विकास पदाधिकारी के तौर पर नवल किशोर ठाकुर ने 1 वर्ष का कार्यकाल भी पूरा नहीं किया। बीते दिनों हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी के तबादला में इनका भी नाम था। राज्य सरकार ने निर्देश जारी कर इनको मुख्यालय बुलाया था। सुल्तानगंज में कार्यकाल के 11 माह के दौरान कोरोना संक्रमण के कारण इनकी हालत बिगड़ती चली गई हालात ऐसे हो गए थे कि इनको पटना में ऑक्सीजन के लिए तड़पना पड़ा था। परिजनों ने 50 हजार की कीमत चुका कर प्रखंड विकास पदाधिकारी को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया था। 

प्रखंड विकास पदाधिकारी को करीब से जाने वालों की माने तो ट्रांसफर के बाद बीडीओ मानसिक तनाव में रह रहे थे। तबीयत खराब होने के कारण परेशानी अधिक हो गई थी। तबादले के बाद भी कुछ प्रक्रिया पूरी करने के लिए सुल्तानगंज में रुके थे। इसी बीच इनकी असामयिक निधन हो गई। बेटी नयन को कुछ समझ नहीं आ रहा बेटी की उम्र तकरीबन 3 वर्ष है। मृतक बीडीओ के पिता खेलन ठाकुर सहित अन्य परिजन लगातार रो रहे हैं। भागलपुर डीएम एवं एसडीएम सुलतानगंज पहुँच कर पारिवारिक सदस्यों को सांत्वना दे रहे हैं। थानाध्यक्ष लाल बहादुर, कार्यपालक पदाधिकारी अभिनव कुमार, शाहकुंड बीडीओ अमर मिश्रा सहित स्थानीय पदाधिकारी मौके पर मौजूद रहे।