BIHAR NEWS: पश्चिम चंपारण पहुंचे जिले के प्रभारी मंत्री, फसल क्षति का लिया जायजा, वहीं जीएमसीएच का नजारा देखकर रह गए हैरान...

BETTIAH: बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग सह जिला के प्रभारी मंत्री नितिन नवीन ने प.चम्पारण जिले के कई बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का कल दिन में दौरा कर जायजा लेने के बाद बेतिया में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में मंत्री फुल एक्शन में नजर आए और हर छोटी-बड़ी चीजों पर बेबाकी से अफसरों से सवाल किए। इसी बीच बैठक में बेतिया जीएमसीएच में डॉ. के नहीं आने उनके बदले नर्स से इलाज करवाने पर जीएमसीएच में पदस्थापित चिकित्सकों को चेताया।

फसल क्षति औऱ कटाव की ली जानकारी

बैठक में प. चंपारण जिला अंतर्गत बाढ़ से कुल 98 हजार एकड़ में लगे फसल की बर्बादी हुई है जिसमें 66 हजार एकड़ गन्ने की फसल और 29 हजार एकड़ धान की फसल का नुकसान हुआ है। इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा आकलन कर एक रिपोर्ट सौंपी गई है जिसे सरकार को क्षति पूर्ति हेतु भेजा जा रहा है। उक्त जानकारी देते हुए जिले के प्रभारी मंत्री नितिन नवीन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहीं। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके पूर्व जिले में बाढ़ से हुई क्षति एवं अन्य विषयों की समीक्षात्मक बैठक की गई है। 

बाढ़ से 260 स्थानों पर कटाव हुआ है। जिसमें 226 स्थानों पर कटाव का मरम्मत कर लिया गया है। शेष 34 स्थानों पर शीघ्र ही कटाव की मरम्मती कार्य पूरा कर लिया जाएगाय़ इसके अलावा जल संसाधन क्षेत्र अंतर्गत 102 जगहों पर कटा हुआ था, जिसका मरम्मती कार्य पूरा कर लिया गया है। प्रभारी मंत्री ने बताया कि रामनगर क्षेत्र अंतर्गत मसान नदी के दोनों किनारों पर बांध निर्माण करने का एक प्रस्ताव आया है, जिस पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। ताकि उस क्षेत्र के लोगों को बचाया जा सके। रामनगर में ही दलित बस्ती जो कटाव की चपेट में था, उसके लिए रक्षा बांध का शीघ्र ही निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि  गंडक नदी से करीब 8 किलोमीटर कटाव कटा हुआ था, जिस का निरीक्षण मैंने स्वयं किया है, जिसे शीघ्र ही दुरुस्त कर लिया जाएगा। 

औचक निरीक्षण में फेल हो गया बेतिया जीएमसीएच

आगे उन्होंने बताया कि कोरोना जैसी बीमारी से बचाव के लिए इस जिले में व्यापक पैमाने पर वैक्सीनेशन का कार्य किया गया है, जो सराहनीय है। इसके साथ ही कई जगहों पर बाढ़ में डूबे लोगों को जिला प्रशासन और एनडीआरएफ के सहयोग से बचाया गया है। वही पत्रकारों द्वारा जीएमसीएच बेतिया के भ्रष्टाचार पर कई आरोप लगाए और कहा कि इतने बड़े मेडिकल कॉलेज अस्पताल में समय पर डॉक्टर नहीं मिल पाता है। अस्पताल नर्स के सहारे चल रही है। वहीं अस्पताल अधीक्षक से शिकायत करने पर कहा जाता है कि प्रिंसिपल साहब से मिलिए और उनसे मिलने पर वे कहते हैं कि अधीक्षक महोदय से मिलिए आखिर मरीज जाएं तो जाएं कहां? इस बात पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि मैं आप लोगों की सभी शिकायतों को अच्छी तरह से समझ रहा हूं क्योंकि बीते रात मैं स्वयं रात को 11 बजे जीएमसीएच का औचक निरीक्षण किया तो पाया कि आप लोगों की शिकायत बिल्कुल सही है। इसके लिए शीघ्र ही स्वास्थ्य कर्मियों एवं डॉक्टरों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

इस मौके पर जिलाधिकारी कुंदन कुमार एवं डीडीसी उपस्थित रहे। वही राज्यसभा सांसद सतीशचंद्र दुबे भी कल दिन भर प्रभारी मंत्री के साथ रहे और मंत्री को बाढ़ ग्रस्त इलाको का दौरा करवाया। उन्होनें कहा की सरकार बाढ़ ग्रस्त इलाको का पंचायत वार सर्वे करवा रही है। जल्द ही सर्वे का काम पूरा कर किसानों को मुआवजा देने का काम करेगी ।