Lakhisarai/Badhiya : अस्पताल में भर्ती महिला को इस महिला को यह उम्मीद भी नहीं होगी कि थोड़ी देर पहले जो बेटा उसकी आंखे के सामने मौजूद था, वह अस्पताल से बाहर निकलते ही हमेशा के लिए आंखों से ओझल हो जाएगा। बेटे की मौत का महिला को ऐसा सदमा लगा कि खबर सुनते ही उनकी भी मौत हो गई।
मामला विरुपुर थानाक्षेत्र स्थित भानपुर गांव से जुड़ा है। जहां रहनेवाले दिनेश महतो की पत्नी चमेली देवी (45) बीते तीन दिनों से बिहार शरीफ स्थित निजी अस्पताल में इलाजरत थी। इलाज के लिए जरूरी रुपयों को पहुंचाने के लिए महिला के दो बेटे सतीश कुमार (23), पवन कुमार (20) अपने एक अन्य साथी कन्हैया कुमार (21) के साथ बाइक पर सवार होकर बिहारशरीफ पहुंचे थे। पैसे जमा करने के बाद उन्होंने अपनी मां से मुलाकात भी की और उनके जल्द ठीह होकर आने की बात कही। लेकिन शायद किस्मत को कुछ और मंजूर था
अस्पताल से वापसी के दौरान बिहारशरीफ में ही किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आकर हुए सड़क दुर्घटना में तीनो बाइक सवार गंभीर रूप से जख्मी हो गए। मौके पर मौजूद लोगों की मदद से तीनों को तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। जहां सतीश कुमार को मृत घोषित करते हुए अन्य दोनों का इलाज प्रारंभ किया जा सका। इधर जैसे ही बड़े बेटे की मौत की खबर मां तक पहुंची, उनकी भी मौत हो गई। एक साथ मां बेटे की मौत की जानकारी पाकर ग्रामीण गमगीन हो उठे। सीमित लोगों की उपस्थिति के बीच मृत्यु को प्राप्त मां बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया गया।