गोपालगंज: आमतौर पर श्रवण कुमार द्वारा अपने माता पिता की सेवा करने की कहानी तो हर किसी ने सुनी होगी। जिले में भी एक बेटी ने बिल्कुल श्रवण कुमार की तरह ही अपनी मां की सेवा करने का अनुपम उदाहरण पेश किया है। जिसके बाद पूरे क्षेत्र में इस बेटी के सेवा भाव व हिम्मत की चर्चा है और लोग इसे सलाम कर रहे हैं। वैसे तो यह एक बेटी की मां के लिए की गयी तपस्या है लेकिन इस खबर से सिस्टम की लाचारी भी दिख गयी, जिसमें एक बेटी को अपनी मां का इलाज कराने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी।
पैसा नहीं तो पीठ पर लादा
मिली खबर के अनुसार बरौली प्रखंड के सुरवल गांव की रहने वाली उमरावती की मां बचिया देवी की तबियत खराब थी। उनको दिखाने के लिए बेटी के पास पैसे नहीं थे। बेटी ने मां को दिखाने के लिए गाड़ी वालों से भी बातें की लेकिन कोई भी अस्पताल ले जाने के लिए तैयार नहीं हुआ। अंत में उमरावती ने अपनी मां को ही अस्पताल में दिखाने को ठाना और पीठ पर लेकर अस्पताल चली गयी।
बरौली अस्पताल ने नहीं मिला एंबुलेंस
जानकारी के अनुसार सुरवल गांव से बरौली अस्पताल की दूरी करीब तीन किलोमीटर है। इतनी दूरी तक उमरावती ने अपनी मां को न केवल अस्पताल में लेकर गयी, बल्कि वहां से वापस पीठ पर ही लेकर वापस गांव भी लेकर आयी। बरौली अस्पताल से उमरावती को एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं कराया गया। बहरहाल एक बेटी द्वारा मां की इलाज के लिए किये गये इस पहल की पूरे क्षेत्र में चर्चा है और लोग बेटी की तपस्या को सलाम कर रहे हैं।