PATNA: बिहार की राजनीति और विशेष रूप से राष्ट्रीय जनता दल के लिए बुधवार का दिन काफी महत्वपूर्ण रहा। दरअसल करीब 10 दिनों बाद राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह प्रदेश कार्यालय पहुंचे। जबकि इससे पहले वह करीब 4 बजे राबड़ी आवास पहुंचे थे। जहां बंद कमरे में 2 घंटे तक उन्होंने बैठक की।
बैठक के बाद एक्शन में आए जगदा बाबू देर शाम राजद कार्यालय पहुंचे और वहां उन्होंने बड़ा फैसला लेते हुए छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को हटा दिया और उसकी जगह गगन कुमार को इसकी कमान सौंप दी। जगदा बाबू के इस फैसले के बाद ही तेज प्रताप यादव भड़क गए और बकायदा उन्होंने सोशल मीडिया पर बिना किसी का नाम लेते हुए जोरदार तरीके से हमला बोला। जिसके बाद सियासी पारा चरम पर पहुंच गया।
‘तेज’ एक्शन के बाद नीरज कुमार का ट्वीट
तेज प्रताप यादव के ट्वीट के बाद जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी इस पर चुटकी ली और उन्होंने भी वीडियो जारी किया और साथ ही साथ इस संबंध में ट्वीट किए। जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि ‘जब हम प्रवासी कहते थे तो मिर्ची लगती थी’। वहीं ‘पार्टी को पारिवारिक संपत्ति समझने वालों का आंतरिक कलह सबके सामने आ गया’ और ‘आदरणीय जगदा बाबू को पार्टी संविधान का आइना दिखाया गया’। इसके बाद नीरज कुमार ने कहा कि ‘राजनीति में जमीर और आत्मसम्मान सबसे महत्वपूर्ण होता है।’ ‘आदरणीय जगता बाबू की ऐसी दुर्दशा देखी नहीं जा रही।’ ‘पद के लिए उन्होंने अपने स्वाभिमान से समझौता कर लिया है’।
काफी दिनों से चल रहा जगदा बाबू- तेज का कोल्ड वार
बात करें राष्ट्रीय जनता दल के आंतरिक कलह की, तो बीते कुछ वक्त से तेज प्रताप यादव और जगदानंद सिंह के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। तेज प्रताप यादव जहां खुलकर जगदानंद सिंह के विरोध में ट्वीट करते हैं और बयान देते हैं। वहीं जगदानंद सिंह पद की गरिमा को बरकरार रखते हुए सधे शब्दों में अपनी बात रखते हैं।
मामले पर तेजस्वी यादव का बड़ा बयान
वहीं इस मामले पर तेजस्वी यादव के रुख की बात की जाए तो उन्होंने कहा कि जगदानंद सिंह आदरणीय है और फिलहाल राजद के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्होंने जो भी फैसला लिया, उससे मैं पूरी तरह सहमत हूं। यह पूर्ण रूप से उनका अधिकार है कि वह क्या फैसला लेते हैं।