DESK: देश में मॉनसून एक्सप्रेस अपने सफर पर निकल चुकी है। केरल से शुरुआत करते हुए मॉनसून अपनी गति से धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए राज्यों को भिगोता आ रहा है। बिहार को भी मानसून का बेसब्री से इंतजार है और लोग मौसम के पूर्वानुमान पर नजर टिकाए हुए हैं। पूर्वानुमान के मुताबिक, बिहार में मानसून की पहली बारिश 13 जून तक होने के आसार हैं। हालांकि इससे पहले तेज गर्मी और उमस की वजह से बिहारवासियों को काफी हनी का सामना करना पड़ रहा है।
बीते कुछ दिनों से राजधानी पटना सहित पूरे बिहार का मौसम काफी गर्म हो गया था और हवा में नमी की मात्रा भी काफी ज्यादा बढ़ गई थी। इस वजह से लोगों को तय तापमान से ज्यादा गर्मी महसूस हो रही थी। इसे मौसम विज्ञान के संदर्भ में ही ‘हीट इंडेक्स’ कहते हैं। 2 दिन तक इस तरह का मौसम बना रहने के बाद मंगलवार देर रात से बिहार के कई जिलों में मौसम में परिवर्तन हुआ। इस संबंध में पटना के मौसम विज्ञान केंद्र ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिए थे। बिहार के लगभग हर जिले में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जो सुबह तक होती रही। इस वजह से लोगों को तेज झुलसती गर्मी से कुछ हद तक राहत मिली। बता दें, मौसम विज्ञान केंद्र ने पहले से ही 9 जून से राज्य के अधिकतर हिस्सों में गरज तड़क के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया था। जिसका असर देखने को मिला। बिहार में मानूसन की पहली बारिश पूर्णिया में 13 जून को होती रही है, लेकिन इस बार 12 जून तक मानसून की पहली बारिश के आसार जताए जा रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार 16 जूनतक पूरे बिहार में मानसून के बादल छा जाएंगे। बिहार में मानसून झूमकर बरसेगा। हालांकिइस बार मानसून के लौटने की मानक तिथि में भी बदलाव किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार पटना से तीन अक्टूबर की जगह आठ अक्टूबर, गया से तीन की जगह नौ अक्टूबर और पूर्णिया से आठ की जगह 10 अक्टूबर को मानसून विदा लेगा। बता दें कि मानसून की बारिश की औपचारिक घोषणा मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से दो दिन तक होने मानक के अनुसार वाली बारिश के आधार पर किया जाएगा।