PATNA: बिहार की सियासत इन दिनों गरमाई हुई है। ललन सिंह के जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा की खबर ने राज्य की राजनीति में सियासी भूचाल ला दिया। वहीं ललन सिंह ने इस खबर के बाद खुद एक निची चैनल से बातचीत कर अपने इस्तीफे की खबर का खंडन किया। उन्होंने कहा कि मैंने कोई इस्तीफा नहीं दिया है। यह खबर झूठी है। वहीं ललन सिंह के खंडन करने के बाद बीजेपी ने एक बार फिर ललन सिंह पर निशाना साधा है।
दरअसल, राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने ललन सिंह के इस्तीफे की खबर को खंडन पर कहा कि, ललन सिंह कुछ भी बोले लेकिन जदयू में कुछ भी ठीक नहीं है। आज भले ललन सिंह ने इस्तीफा नहीं दिया हो, लेकिन जल्द ही वह इस्तीफा देने वाले हैं। ललन सिंह या तो खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे देंगे या फिर जदयू उन्हें खुद निकाल देगी। सुशील मोदी ने कहा कि, मुझे जानकारी मिली है, आज भले वह खंडन कर रहे हो लेकिन 29 के पहले यह होने जा रहा है।
वहीं जदयू ने कर्पूरी जयंती पर होने वाली रैली को रद्द कर दी है। कर्पूरी जयंती पर होने वाली रैली प्रदेशस्तर पर ना होकर राज्य स्तर पर होगी। जदयू ने इसके पीछे का कारण अत्यधिक ठंड को बताया है। जिसपर तंज कसते हुए सुशील मोदी ने कहा कि, बड़ा ही बचकाना और हास्यास्पद तर्क दिया गया है कि ठंड के कारण कार्यक्रम रद्द कर दिया है मैंने कभी नहीं सुना है कि शीतलहरी के कारण कोई कार्यक्रम रद्द हो जाए।
जेडीयू के लोगों को ठंड के डर में हैं और बीजेपी इस ठंड में मिलिट्री स्कूल ग्राउंड के अंदर एक शानदार कार्यक्रम कपूरी जी के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित करेगी। लेकिन असल बात है कि, जदयू नहीं चाहती है कि सीएम नीतीश किसी सार्वजनिक मंच पर कोई बयान दें। सीएम के बयान के कारण जदयू के साथ साथ बिहार का भी बयान होता है। इसलिए सीएम को बोलने से रोका जा रहा है। इसलिए जदयू ने वाराणसी की रैली भी रद्द कर दी और इल्जाम कॉलेज पर लगा दिया।