पटना. राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा के दोनों प्रत्याशियों ने मंगलवार को नामांकन किया. नामांकन की अंतिम तिथि 31 मई थी और दोनों ने अंतिम दिन ही नामांकन किया. दरअसल पहले दोनों के 30 मई को जदयू प्रत्याशी खीरू महतो के साथ ही नामांकन करना था लेकिन कागजी दस्तावेजों में कुछ कमी रहने के कारण नामांकन अंतिम दिन के लिए टाल दिया गया. मंगलवार को भाजपा उम्मीदवार सतीश चंद्र दुबे और शंभू शरण पटेल दोनों ने नामांकन किया.
नामांकन के बाद शंभू शरण पटेल ने कहा कि भाजपा में प्रत्येक कार्यकर्ता आशांवित रहता है. एक बूथ कार्यकर्ता भी प्रधानमंत्री बन सकता है. उन्होंने कहा कि जब मुझे टिकट मिलने की खबर मिली तब मैं भावविहोर हो गया और रोने लगा. लेकिन एक साधारण कार्यकर्ता को राज्यसभा का टिकट मिलता भाजपा में ही सम्भव है. इतनी कम उम्र में मुझे राज्य सभा का टिकट मिलेगा इसकी उम्मीद नहीं थी. वहीं सतीश चंद्र दुबे ने कहा कि पार्टी ने मुझे जो जिम्मेदारी दी है उसे पूरी तरह से निभाना है.
सोमवार को जब जदयू के प्रत्याशी खीरू महतो ने नामांकन किया था तब एनडीए ने अपनी एकजुटता दिखाइ थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित भाजपा और जदयू के सभी वरिष्ठ नेता नामांकन के दौरान मौजूद थे. हालांकि मंगलवार को भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन के दौरान दोनों दलों के बड़े नेता उपस्थित नहीं रहे. नीतीश कुमार सहित भाजपा के अंधिकांश वरिष्ठ नेता पहले से अलग अलग कार्यक्रमों में व्यस्त थे. इसलिए नामांकन में नहीं आए. सीएम नीतीश पटना में ही एक कार्यक्रम में शामिल थे जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित उप मुख्यमंत्री कटिहार में आयोजित भाजपा के कार्यक्रम में चले गए. हालांकि राज्य सरकार में मंत्री सम्राट चौधरी जरुर नामांकन के समय मौजूद रहे.
बिहार से राज्यसभा के लिए 5 सीटों पर 10 जून को चुनाव होना है. इसमें भाजपा के दो और जदयू के एक उम्मीदवार हैं जबकि राजद की ओर से दो उम्मीदवार हैं. ऐसे में पांचों उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन होना तय हो गया है.