पटना. जिस नेता को जदयू ने दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल दिया अब उन्हें पूरे सम्मान के साथ बीजेपी में शामिल कराने की तैयारी है. लोकसभा चुनाव के पहले जदयू को एक और बड़ा झटका देते हुए भाजपा ने 29 दिसम्बर को जेडीयू के पूर्व महासचिव प्रगति मेहता को बीजेपी में शामिल कराने की तैयारी की है. पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह का आयोजन किया जाएगा जिसमें पार्टी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में प्रगति मेहता बीजेपी का दामन थामेंगे.
धानुक जाति से आने वाले प्रगति मेहता को पिछले सप्ताह ही जदयू ने पार्टी से निकाल दिया था. जातीय गणना के विरोध में लगातार बयान दे रहे प्रगति मेहता को जेडीयू ने 6 साल के लिए पार्टी बाहर कर दिया था. अब प्रगति मेहता के लिए भाजपा का दरवाजा खुल गया है. दरअसल, प्रगति मेहता ने जातीय गणना पर सवाल उठाया था. उन्होंने सीएम नीतीश से जातीय गणना में धानुक जाति की संख्या को लेकर अपनी असहमति जताई थी. प्रगति ने नीतीश सरकार से धानुक जाति की गणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. साथ ही पार्टी के कई नेताओं को लेकर बयान ही दिया. इसके बाद प्रगति मेहता को लेकर प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने लेटर जारी कर किया था। इसमें बताया गया है कि पार्टी लाइन के खिलाफ बयान देने के कारण मेहता को छह साल के लिए जदयू से बाहर किया जाता है.
प्रगति मेहता ने जातीय गणना की रिपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा था और धानुक जाति की गणना फिर से कराने की मांग की थी. लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. जिसके बाद उन्होंने मुंगेर, बाढ़, मोकामा इलाके के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में जन संपर्क अभियान भी चला रहे थे और जातीय गणना के विरोध में लगातार बयान दे रहे थे. इसी को लेकर प्रगति मेहता को जदयू से 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया. वहीं अब उन्होंने 29 दिसंबर को बीजेपी में शामिल होने का ऐलान कर दिया था.
बिहार में धानुक : बिहार में जातीय गणना के आंकड़े 2 अक्टूबर को जारी किए गए. इसमें धानुक जाति की आबादी 2.14 फीसदी यानी राज्य में इनकी संख्या 27 लाख 96 हजार 605 बताई गई है. बिहार के करीब एक दर्जन विधानसभा सीटों पर धानुक जाति की प्रभावशाली उपस्थिति है. ऐसे में प्रगति मेहता के भाजपा में आने से पार्टी इस जाति पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने की जुगत में लगी है.