PATNA : बिहार विधानमंडल के बाहर मंत्री की गाड़ी रोके जाने के मामले से उपजे विवाद का अंत हो गया है। आज शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन बिहार सरकार के श्रम मंत्री जीवेश मिश्रा ने मामले का अंत करते हुए कहा है कि हमले डीएम एसपी को माफ कर दिया है। उन्होंने कहा है कि हमने इसी शर्त पर माफी दिया है। डीएम एसपी ने कहा कि जो वहां पर खड़े थे और उनकी गलती हमें दिख रही है। उन पर कार्रवाई करेंगे इस शर्त पर हमने माफी दी है।
सदन में मंत्री जीवेश मिश्रा ने सदन में पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि कल सीएम के कारकेड निकलने के बाद 10 -12 गाड़ियों को अंदर जाने दिया गया, मैं इंतजार करता रहा, लेकिन गेट को बंद कर दिया गया। यह सिर्फ एक दो मिनट में हुआ। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना को लेकर कल पटना के डीएम ने मुझसे मिलने के लिए समय मांगा था। कल रात साढ़े नौ बजे वह मिलने के लिए पहुंचे थे,जहां उन्होंने पूरी घटना के लिए माफी मांगी।
शर्त पर मिली माफी
जीवेश मिश्रा ने पूरी घटना को लेकर सदन में मिले समर्थन पर धन्यवाद देते हुए बताया कि मैंने डीएम को माफ कर दिया है, लेकिन साथ ही उन्हें यह कहा है कि पूरे मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले विधानसभा का कार्यवाही शुरू होने से पहले माले विधायक महबूब आलम ने कल की घटना को लेकर सदन में सरकार से जवाब मांगा, उन्होंने कहा इससे पहले भी कई बार विधायकों के साथ इस तरह का व्यवहार किया गया है। जिस पर स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इस मामले में कल डीजीपी को निर्देश दिए गया है कि वह इस मामले में उचित कार्रवाई करें।
साथ ही साथ विधानसभा अध्यक्ष को और तमाम विपक्षी पार्टियों का धन्यवाद विवेक मिश्रा ने किया उन्होंने कहा कि यह किसी मंत्री और किसी विधायक का मामला नहीं बल्कि पूरे विधायिका का मामला था और लोगों ने समर्थन किया उनसे मैं उनको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं