बसपा ने दलित महिला की पिटाई मामले को लेकर महागठबंधन सरकार पर साधा निशाना, कहा- चाचा भतीजा को जरा भी शर्म हो तो....

बसपा ने दलित महिला की पिटाई मामले को लेकर महागठबंधन सरकार पर

PATNA: बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने सोमवार को एक बार फिर से बिहार की नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की महागठबंधन की सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने बिहार सरकार को बहुजन समाज का शोषक बताया और कहा कि खुसरुपूर की घटना सत्ता संपोषित अपराधियों द्वारा अंजाम दिया गया है। इसमें सरकारी गुंडों की भी सहभागिता बराबर की है। सदन में महिला सम्मान की खखोली बात करने वालों के राज में महिलाओं का चीरहरण दुर्भाग्य पूर्ण है। 

यह घटना पूरे बिहार को शर्मसार करती है। अगर बिहार के चाचा भतीजे की सरकार को जरा भी शर्म – लिहाज है, तो इस घटना के दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए। लेकिन इसकी संभावना कम ही है। मगर बहुजन समाज पार्टी इस बहन की लड़ाई मजबूती से लड़ेगी। अनिल कुमार ने उक्त बातें आज खुसरूपुर प्रखंड के मौसिमपुर में कहीं, जहां विगत दिनों सूद के लिए प्रमोद सिंह नाम के अपराधी ने महिला को रात के अंधेरे में अपने घर लाकर कथित रूप से बुरी तरह मार पीट की थी और उसे निर्वस्त्र कर दिया था। साथ ही उस पर मूत्र विसर्जन किया था। 

अनिल कुमार बीएसपी के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आज इस घटना की पीड़ित से मिलने उनके घर गए थे। घटना की पूरी जानकारी लेने के बाद अनिल कुमार ने कहा कि नीतीश – तेजस्वी की सरकार दलित, शोषित और वंचित को अपने जूते तले रौंदना चाहती है। तभी मणिपुर जैसी इस घटना पर पुलिस प्रशासन मौन हैं और सरकारी गुंडों के सामने बिहार की पुलिस नतमस्तक है। उन्होंने कहा कि हम इस महिला के न्याय के लड़ाई लड़ेंगे और जरूरत पड़ी तो संघर्ष भीषण होगा।  

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वहीं, पीडिता के परिजनों ने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि 1500 रुपये के कर्ज को उसने 2 साल पहले ही चुकता कर दिए थे। बावजूद इसके दबंगों ने उस पैसे के सूद के लिए बेहद तंग किया और अंत में इस वीभत्स घटना को अंजाम दिया गया। मौके पर केन्द्रीय प्रदेश प्रभारी लाल मेधानकर ने कहा कि  बिहार की मनुवादी व सामंतवादी सरकार और प्रशासन दलित, शोषित, पीड़ित, पिछड़े, अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हो रहे अत्याचार पर असंवेदनहीन है। हर दिन बिहार में ऐसी घटनाएं हो रही है, जिसपर सरकार और प्रशासन मौन है और अपराधियों के सामने नतमस्तक है। बिहार में लालू और नीतीश सत्ता में बने रहने के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं, यही कारण है कि आगामी लोकसभा चुनाव में सामाजिक समीकरण को साधने के लिए अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं। यह कैसी विडंबना है कि हमारे ही वोट से सरकार बनती है और हमें ही न्याय नही मिलता है।