PATNA : बिहार के विभिन्न्न जिलों से आये STET अभ्यर्थियों ने पटना के चितकोहरा मोर से राज भवन मार्च किया है। इस दौरान अभ्यर्थियों ने सरकार पर आरोप लगते हुए बताया की वर्ष 2019 में एसटीइटी परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बावजूद 30675 अभ्यर्थियों का चयन नहीं किया गया है लगातार अभ्यर्थियों ने इस विषय को लेकर शिक्ष विभाग के मंत्री सहित कई आला अधिकारियों से मांग की, लेकिन उसका कुछ फायदा नहीं हुआ। वही कुछ वक्त पहले प्रतिपक्ष के नेता और मौजूदा सत्ता में आये दूसरी बार बने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को याद दिलाते हुए कहा की उन्होंने हमसे मिल हमे सरकार से नौकरी देने का वादा किया था अब उस वादे को याद दिलाने के लिए एसटीइटी मेरिट में शामिल अभ्यर्थी राज भवन मार्च करने पहुंच गए
अभ्यर्थियों ने बताया है कि बीते डेढ़ सालो में कई गुहार लगाई फिर भी अबतक कोई परिणाम हासिल नहीं हुआ। अभ्यर्थियों का कहना था कि सरकार के कई विभागों में पद रिक्त है। वही एसटीइटी अभ्यर्थियों के मेरिट लिस्ट में शामिल होने के बाद भी ये बेरोजगारी का आलम झेलने को मजबूर है ,इस मार्च के जरिये अभ्यर्थी सरकार का ध्यान अपनी और आकृष्ट कराना चाहते है।
मेरिटवालों को छोड़ दिया
शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रदर्शन में शामिल आलोक कुमार ने बताया कि सरकार ने डिग्री लाओ नौकरी पाओ के तर्ज पर ऐसे शिक्षकों की नियुक्ति कर दी है, जिन्हें संडे-मंडे और जनवरी फरवरी की स्पेलिंग भी नहीं आती है। ऐसे शिक्षकों के कारण बिहार के स्कूलों की छवि देश में हास्यास्पद हो गई है। हमारी मांग है कि शिक्षक नियुक्ति में मेरिट लिस्ट में सफल लोगों को नियुक्ति की जाए। वहीं तेजस्वी यादव को लेकर अभ्यर्थियों ने कहा है कि उन्हें अब अपना वादा पूरा करना होगा।