दिल्ली- मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए 5 मई को आयोजित नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा सीबीआई को जांच सौंपे जाने के एक दिन बाद रविवार को एजेंसी ने केस दर्ज की. सीबीआई राज्यों में पुलिस द्वारा दर्ज मामलों को भी अपने दायरे में लाने के लिए कदम उठा रही है. अधिकारियों ने बताया कि मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सीबीआई ने विशेष दल गठित किये हैं, जो गोधरा और पटना रवाना हो गए हैं, जहां पुलिस ने प्रश्नपत्र लीक के मामले दर्ज किए हैं.नीट पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने से संबंधित अधिसूचना बिहार सरकार के गृह विभाग ने जारी कर दी है. मामले की जांच के लिए टीम बिहार रवाना हो गई है. झारखंड में टीम छापेमारी करेगी.
सीबीआई के अनुसार शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई से अभ्यर्थियों, संस्थानों और बिचौलियों द्वारा कथित अनियमितताओं के सम्पूर्ण पहलुओं की व्यापक जांच करने का अनुरोध किया है, जिसमें षड्यंत्र, धोखाधड़ी, अभ्यर्थी की जगह किसी और के परीक्षा में बैठने, विश्वासघात, साक्ष्यों को नष्ट करना शामिल है.
कांग्रेस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं के बाद राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी की नौकरशाही में फेरबदल को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार पर रविवार को निशाना साधते हुए कहा कि इसकी जिम्मेदारी दूसरों पर डालने के बजाय सरकार के शीर्ष नेतृत्व को खुद लेनी चाहिए.कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को एक स्वायत्त निकाय बताया गया, लेकिन असल में इसे भाजपा व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘कुटिल हितों’ को पूरा करने के लिए बनाया गया.नीट-पीजी परीक्षा स्थगित करने की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेपर लीक गिरोह और शिक्षा माफिया के आगे बेबस हैं.