DESK : पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या के बाद प्रदेश में अभी भी डॉक्टर और सरकार के बीच गतिरोध जारी है। घटना के लगभग एक महींने होने को है लेकिन डॉक्टरों ने अब तक अपना हड़ताल खत्म नहीं किया है। इस बाबत में आज मुख्समंत्री आज डॉक्टरों से बातचीत करने पहुंची थी। लेकिन एक भी डॉक्टर ममता से मुलाकात करने नहीं पहुंचे . इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने इस्तीफा को लेकर बडा बयान दे दिया हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जूनियर डॉक्टरों से मिलने के लिए आज भी दो घंटे तक इंतजार किया, लेकिन वे बैठक स्थल पर नहीं आए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आरजी कर मामले में गतिरोध को समाप्त करने के लिए उन्होंने जूनियर डॉक्टरों से बातचीत करने की तीन बार कोशिश की। सीएम ने कहा, हमारे पास जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग की व्यवस्था थी, हम उच्चतम न्यायालय की अनुमति से इसे उनके साथ साझा कर सकते थे लेकिन चूंकि आरजी कर मामला न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए जूनियर डॉक्टरों की मांग के अनुसार उनके साथ बैठक का सीधा प्रसारण नहीं किया जा सकता है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ शब्दों में कहा कि वह आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा, उन्हें माफ कर दूंगी क्योंकि हम बड़े हैं। मुख्यमंत्री ने ये भी बताया कि जूनियर डॉक्टरों के ‘काम बंद’ करने से 27 लोगों की मौत हुई है और राज्यभर में सात लाख मरीज परेशान हुए हैं।
बता दें कि पिछले दिनों कोलकत्ता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई । जिसके बाद इस घटना को लेकर प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। इस घटना को लेकर बीजेपी ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है, वंगाल के जितने भी डॉक्टर है वो जब से घटना हुई है तब से हड़ताल पर है। जिसके लेकर आज सूबे की मुख्यमंत्री उन्हे मनाने पहुची थी . लेकि डॉक्टर नहीं माने।