PATNA : कुछ माह पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार कई बार सुबह सुबह सचिवालय पहुंच जाते थे यह देखने के लिए कि कौन अधिकारी और मंत्री समय पर ऑफिस पहुंच रहा है। इस दौरान नीतीश कुमार ने सभी को निर्देश भी दिया था कि जो समय तय किया गया है, उसका सभी को पालन करना होगा। अब मुख्यमंत्री की बात को जब अधिकारियों और कर्मियों ने गंभीरता से नहीं लिया तो बिहार के मुख्य सचिव ब्रजेश महरोत्रा ने भी यही कोशिश की है।
मुख्य सचिव ने माना हो रही है लेटलतीफी
मुख्य सचिव का एक लेटर सामने आया है। जो उन्होंने पिछले 18 अप्रैल को प्रदेश के सभी विभागों के एसीएस को लिखा है। इस लेटर में उन्होंने साफ कहा है कि सरकार के संज्ञान में यह बात आई है कि वरीय अधिकारी लेट लतीफी कर रहे हैं। उनकी वजह से दूसरे अधिकारी, कर्मचारी भी विलंब से कार्यालय पहुंच रहे हैं। जिसका सीधा असर सरकारी कामकाज पर पड़ रहा है। अफसरों की लेट-लतीफी की वजह से विभागीय कार्यों के निष्पादन और उच्चस्तरीय आदेशों के अनुपालन में देर की आशंका बनी रहती है।
हर हाल में सुबह साढ़े नौ बजे तक कार्यालय में हो हाजिरी
ऐसे बढ़ते मामलों और कार्य में उत्पन्न हो रही बाधा को देखते हुए मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने समस्या से निपटने और समय पर कार्यों के निष्पादन के इरादे से अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव और सचिव स्तर के पदाधिकारियों को एक पत्र भेजा है।
मुख्य सचिव ने सभी श्रेणी के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे हर हाल में समयानुसार साढ़े नौ बजे अपने-अपने विभाग में उपस्थित होना शुरू करें। साथ ही अधीनस्थ कार्य करने वाले पदाधिकारियों-कर्मचारियों की समय पर उपस्थित भी सुनिश्चित करेंगे। मुख्य सचिव ने इस आदेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है।
बता दें कि प्रदेश सरकार के सचिवालयों-कार्यालयों में कमोबेश सुबह के साढ़े नौ बजते-बजते कामकाज शुरू हो जाता है। वरीय अधिकारी से लेकर अन्य पदाधिकारियों-कर्मचारियों के लिए कार्यालय पहुंचने का समय तय है।