PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के लिए इस बार की होली कई मायनों में खास है। न सिर्फ पार्टी इस बार लोकसभा चुनाव में पांच सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। बल्कि चिराग पासवान अपने पिता के परंपरागत हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। साथ ही चाचा पशुपति पारस को पीछे छोड़ने की खुशी न सिर्फ चिराग पासवान, बल्कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी देखने को मिल रही है।
आज पहली बार चिराग पासवान अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं के संग पटना में होली खेलते हुए नजर आए। इस दौरान सिर से पांव तक होली के रंग में नजर आए। लेकिन यह रंग होली का नहीं था। यह उस जीत की थी, जिसे चिराग ने ढाई साल में अपनी मेहनत से खड़ा किया था। चिराग ने भी इस बात को कबूल किया ढाई साल जिस तरह से पापा की पार्टी टूटी थी। उसके बाद सही मायने में मेरे लिए आज होली है।
इस दौरान चिराग ने यह भी वादा किया है कि ऐसी ही होली एक बार फिर मनाई जाएगी। चार जून को जब एनडीए 400 सीटों पर जीत दर्ज करेगी और नरेंद्र मोदी जी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
प्रिंस के लिए कोई जगह नहीं
इस दौरान आज भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और प्रिंस पासवान से मुलाकात को लेकर चिराग पासवान ने एक बार फिर साफ कर दिया कि हमारी पार्टी में प्रिंस पासवान के लिए कोई जगह नहीं है। उन्हें टिकट नहीं दिया जाएगा।
REPORT - DEBANSU PRABHAT