PATNA : मुजफ्फरपुर के चर्चित आशुतोष शाही और उनके दो गार्ड की हत्या को एक सप्ताह से ज्यादा का समय गुजर चुका है। लेकिन पुलिस को अब तक कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लग सकी है। जबकि इस हत्याकांड में लगातार पुलिस मुख्यालय मॉनिटरिंग कर रही है। ऐसे में कोई सफलता नहीं देख कहा जा रही कि इस केस की जांच की जिम्मेदारी सीआईडी को सौंपी जा सकती है।
हत्या के बाद पटना भागकर आए थे हत्यारे
इधर, पुलिस की तफ्तीश में अब तक कई तथ्य सामने आये हैं. जिस पिस्टल से जमीन कारोबारी की हत्या की गयी थी. वह गोबरसही इलाके में छिपाया गया था। फिर वहां से शूटर बस से पटना गये। पटना के जानीपुर इलाके में रुकने से संबंधित साक्ष्य भी पुलिस को मिले है। फिर वहां से सभी अपने-अपने रास्ते निकल गये। इधर, चर्चा यह भी है कि दूसरे राज्य जाने के लिए सभी फ्लाइट से निकले थे।
नामजद गोविंद की हो रही तलाश
केस में नामजद आरोपित मनियारी के गोविंद कुमार भी अपना ठिकाना लगातार बदल रहा है. पुलिस को दिल्ली तक का लोकेशन मिला है। इसके आगे उसका कोई सुराग नहीं मिल सका है। हालांकि, एक संदिग्ध से भी पुलिस पूछताछ में जुटी है. करीब 24 घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद कुछ विशेष हासिल नहीं हो पाया है.
वहीं, मृत निजी गार्ड निजामुद्दीन का रिवाल्वर और मोबाइल भी शहर में ही छिपाया गया है. हालांकि, शूटरों की गिरफ्तारी के बाद ही हथियार कहां छिपाया गया है, इसकी जानकारी हो सकती है।
इधर, हत्याकांड में पुलिस की अलग-अलग टीम जांच में जुटी है। जिला पुलिस की एक टीम नामजद लोगों की गिरफ्तारी को लेकर काफी सक्रिय है। एसटीएफ और एसआईटी मुजफ्फरपुर सहित दूसरे राज्यों में मास्टरमाइंड और नामजद की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है. वहीं, मंटू शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर भी एसटीएफ उत्तराखंड में कैंप कर रही है।