BETIA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) बुधवार को समाधान यात्रा पर निकल चुके हैं। गुरुवार यानी 5 जनवरी से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाधान यात्रा शुरू हो रही है। पहले चरण में 4 जनवरी से 7 फरवरी तक चलने वाली मुख्यमंत्री 17 जिलों के जनता से सीधे रू-ब-रू होंगे। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं की स्थिति का आकलन करने के साथ जनता के हित में और कौन सी योजनाएं शुरू की जा सकती है। लेकिन जितनी चर्चा मुख्यमंत्री के समाधान यात्रा को मिल रही है। उतनी ही चर्चा उनके पूर्व में किए गए दौरे की भी हो रही है और इस चर्चा का कारण है यात्रा के लिए चुना गया समय।
अपनी सभी यात्राएं नीतीश कुमार किसी न किसी उद्देश्य के साथ करते हैं। जिसमें उन्हें कई बार फायदा भी हुआ। ऐसे में इस बार समाधान यात्रा से उन्हें बहुत उम्मीद है।
नीतीश कुमार को पसंद है ठंड का मौसम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह 14वीं यात्रा है। वो इसके पहले साल 2005 से लेकर अब तक 13 यात्राएं कर चुके हैं। इनमें 9 यात्राएं सरकारी, जबकि 5 राजनीतिक रही हैं। सबसे खास बात यह है कि इन 14 में से 9 यात्राएं ठंड के महीनों में निकाली गई हैं। नीतीश नवंबर से लेकर जनवरी तक सबसे ज्यादा यात्राओं पर निकले हैं।
12 जुलाई, 2005 से न्याय यात्रा (राजनीतिक) : नीतीश कुमार जब बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बने थे, किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था तो उन्होंने न्याय यात्रा निकाली थी। नतीजा यह हुआ कि 2005 का नवंबर वाला चुनाव भाजपा के साथ मिलकर जीता और मिलकर सरकार बनाई थी।
9 जनवरी, 2009 से विकास यात्रा (सरकारी) : नीतीश कुमार तब CM बन गए थे। उन्होंने लोगों के बीच जाकर बताया कि किस-किस क्षेत्र में विकास किया है।
17 जून, 2009 से धन्यवाद यात्रा (राजनीतिक) : लोकसभा चुनाव के बाद धन्यवाद यात्रा पर निकले नीतीश कुमार तब JDU और BJP के अकेले स्टार प्रचारक थे। लोकसभा चुनाव में JDU और BJP को भारी सफलता मिली थी।
25 दिसंबर, 2009 से प्रवास यात्रा (सरकारी) : नीतीश कुमार ने जिलों में प्रवास कर वहां की समस्याओं को जानने की कोशिश की थी। यह पूरी तरह से सरकारी यात्रा थी।
28 अप्रैल, 2010 से विश्वास यात्रा (सरकारी) : विधानसभा चुनाव 2010 से ठीक पहले शुरू हुई इस यात्रा में लोगों के बीच में अपनी सरकार के प्रति विश्वास दिलाने को लेकर नीतीश कुमार ने यह आयोजन किया था।
9 नवंबर, 2011 से सेवा यात्रा (सरकारी) : विधानसभा चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों का धन्यवाद किया था। यात्रा के माध्यम से संदेश दिया कि बिहार के लोगों ने उन्हें सेवा करने का मौका दिया है, सेवा करेंगे।
19 सितंबर, 2012 से अधिकार यात्रा (राजनीतिक) : CM नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए जिलों में अधिकार यात्रा आरंभ की थी। पटना में मुख्य रैली हुई थी। इसके बाद जिलों में रैली की गई थी।
5 मार्च, 2014 से संकल्प यात्रा (राजनीतिक) : लोकसभा चुनाव से ठीक पहले यह यात्रा निकाली थी। देश मोदी की लहर के बीच नीतीश कुमार लोगों का मन टटोलने पहुंचे थे। लेकिन, नीतीश कुमार को लोकसभा में हार का मुंह देखना पड़ा।
13 नवंबर, 2014 से संपर्क यात्रा (राजनीतिक) : लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद आम लोगों से संपर्क करने के लिए यह यात्रा की गई थी। नीतीश कुमार जानना चाहते थे कि उनके प्रति लोगों की क्या सोच है।
9 नवंबर, 2016 से निश्चय यात्रा (सरकारी) : इस दौरान CM ने अपनी सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं खासकर सात निश्चय से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की थी।
7 दिसंबर, 2017 से समीक्षा यात्रा (सरकारी) : अपनी सरकार में विकास कार्यों की समीक्षा के लिए नीतीश कुमार ने यात्रा की थी। जिलों में जाकर वहां के विकास कार्यों का जमीनी जायजा लिया था।
3 दिसंबर 2019 से जल जीवन हरियाली यात्रा (सरकारी) : इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना था। लेकिन इसके बहाने 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी जनता का मूड भांपने की कोशिश की थी।
22 दिसंबर 2021 से समाज सुधार अभियान (सरकारी) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी, बाल विवाह, दहेज प्रथा सहित समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ यात्रा की थी।